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क्या कमला हैरिस अपने स्त्रीत्व को भुगतान कर रही हैं? नस्ली हमलों के दौरान अमेरिकी समाज का दुर्व्यवहार

US Presidential Election 2024:अमेरिका में नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में अभी करीब सौ दिन बचे हैं। क्या यह मानना चाहिए कि कमला हैरिस पर नस्लीय हमले और दुष्प्रचार अधिक तेज होंगे? क्या उन्हें ब्राउन और महिला होने का खर्च उठाना होगा? हर व्यक्ति का अतीत है।

Mayank Yadav by Mayank Yadav
July 27, 2024
in Breaking, Latest News, Loksabha election 2024, TOP NEWS, विदेश
Democrat Party
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Democrat Party Presidential Candidate Kamala Harris: भारतवंशी कमला हैरिस ने अब आधिकारिक रूप से राष्ट्रपति पद की रेस में शामिल होकर डेमोक्रेट पार्टी से उम्मीदवारी का पर्चा भर दिया है। उनके नामांकन दाखिल होते ही चुनावी गतिविधियों में तेजी आ गई है। यह चुनावी गहमा-गहमी नहीं बल्कि आरोप-प्रत्यारोप, जुबानी जंग और निजी हमलों की एक नई लहर है, जो मर्यादा और नैतिकता की सीमाओं को पार कर चुकी है।

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नस्लीय टिप्पणियों का सामना कर रहीं कमला हैरिस

खासतौर से कमला हैरिस पर रिपब्लिकन समर्थकों द्वारा की जा रही नस्लीय टिप्पणियों का स्तर बहुत नीचे चला गया है। उनके अतीत (Democrat Party) के किस्से-कहानियां खोज-खोज कर सामने लाए जा रहे हैं। उनके बारे में ‘सेक्सी’ टिप्पणियां हो रही हैं और उनके रंग को लेकर उन्हें ट्रोल किया जा रहा है। रिपब्लिकन पार्टी की ट्रोल आर्मी सोशल मीडिया पर अनाप-शनाप और बेसिर-पैर की कहानियां फैलाकर कमला को नीचा (Democrat Party) दिखाने और राष्ट्रपति पद के लिए अयोग्य ठहराने की कोशिश कर रही है।

  • कमला हैरिस की उम्मीदवारी ने अमेरिकी राजनीति में एक नया अध्याय खोला है, क्योंकि वह पहली भारतीय-अमेरिकी और अफ्रीकी-अमेरिकी महिला हैं जो इस पद के लिए प्रमुख पार्टी की उम्मीदवार बनी हैं।
  • उनके खिलाफ हो रहे नस्लीय और लैंगिक हमले अमेरिकी समाज में मौजूद गहरे पूर्वाग्रहों को उजागर करते हैं। यह दर्शाता है कि अमेरिका में समानता और मानवाधिकारों के क्षेत्र में अभी भी बहुत काम करने की आवश्यकता है।
  • सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहें और व्यक्तिगत हमले चुनावी प्रक्रिया की गुणवत्ता को प्रभावित कर रहे हैं। यह लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए एक चुनौती है।
  • कमला के पूर्व संबंधों को लेकर हो रही आलोचना दोहरे मापदंडों को दर्शाती है, क्योंकि पुरुष नेताओं के व्यक्तिगत जीवन पर इतना ध्यान नहीं दिया जाता।
  • इस तरह के हमले न केवल कमला हैरिस, बल्कि सभी महिला नेताओं और अल्पसंख्यक समुदायों से आने वाले नेताओं के लिए एक बड़ी चुनौती हैं।
  • यह स्थिति अमेरिकी लोकतंत्र की परिपक्वता पर सवाल उठाती है और दर्शाती है कि वहां अभी भी नस्लीय और लैंगिक समानता के क्षेत्र में बहुत प्रगति की आवश्यकता है।

राष्ट्रपति उम्मीदवार बनते ही शुरू हुए हमले

कमला हैरिस पर ट्रोल आर्मी का हमला तब शुरू हुआ जब (Democrat Party) उनके नाम की चर्चा राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए तेज हुई। उपराष्ट्रपति रहते हुए ऐसा कुछ नहीं था। सवाल यह भी उठता है कि अमेरिका, जो खुद को डेमोक्रेसी का सबसे बड़ा चैंपियन बताता है, मानवाधिकारों और समानता की बड़ी-बड़ी बातें करता है, वहां पर किसी महिला को केवल उसके जेंडर के कारण निशाना बनाया जा रहा है।

President Trump vs Vice President Kamala Harris at the next presidential debate.

I bet Jill is more upset than Joe. You had a good run Dark Brandon.

So I’m hearing Barack and Michelle Obama aren’t endorsing #KamalaHarris2024

She couldn’t even handle being Border czar pic.twitter.com/C9wJ3siZqe

— CoolBlue (@BackThebluecool) July 22, 2024

 विली ब्राउन के साथ तस्वीर वायरल

कमला हैरिस के विरोधियों ने उनके एक्स लवर और सेन फ्रांसिस्को के पूर्व मेयर विली ब्राउन के साथ उनकी तस्वीर वायरल की। 1990 के दशक में कमला और विली के रिश्ते को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है। डेटिंग अमेरिकी समाज का अभिन्न हिस्सा है और इसे वहां सामाजिक स्वीकृति भी प्राप्त है, फिर भी इसे मुद्दा बनाया जा रहा है।

Agniveer: अखिलेश यादव की आलोचना और मोदी सरकार की प्रतिक्रिया…

कंगना रनौत का समर्थन

कमला हैरिस के खिलाफ हो रहे बवाल पर भारतीय एक्टर और सांसद कंगना रनौत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा कि अमेरिका जो खुद को आधुनिकता का सबसे बड़ा चैंपियन मानता है, वहां एक बुजुर्ग महिला राजनीतिज्ञ को लैंगिक भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है। यह अमेरिका की असलियत को उजागर करता है।

ट्रंप के खिलाफ सवाल

राष्ट्रपति पद का चुनाव नवंबर में है और इस चुनाव में अभी करीब 100 दिन का समय बचा है। यह समझा जा सकता है कि कमला हैरिस के खिलाफ दुष्प्रचार और नस्लीय हमले और तेज होंगे। कमला को महिला और ब्राउन होने की कीमत चुकानी पड़ रही है। अगर नैतिकता और सामाजिक मूल्यों की कसौटी पर पूर्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को कसा जाए तो उनकी असलियत भी सामने आ जाएगी।

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नस्लीय टिप्पणियों का सामना कर रहीं कमला हैरिस

खासतौर से कमला हैरिस पर रिपब्लिकन समर्थकों द्वारा की जा रही नस्लीय टिप्पणियों का स्तर बहुत नीचे चला गया है। उनके अतीत (Democrat Party) के किस्से-कहानियां खोज-खोज कर सामने लाए जा रहे हैं। उनके बारे में ‘सेक्सी’ टिप्पणियां हो रही हैं और उनके रंग को लेकर उन्हें ट्रोल किया जा रहा है। रिपब्लिकन पार्टी की ट्रोल आर्मी सोशल मीडिया पर अनाप-शनाप और बेसिर-पैर की कहानियां फैलाकर कमला को नीचा (Democrat Party) दिखाने और राष्ट्रपति पद के लिए अयोग्य ठहराने की कोशिश कर रही है।

  • कमला हैरिस की उम्मीदवारी ने अमेरिकी राजनीति में एक नया अध्याय खोला है, क्योंकि वह पहली भारतीय-अमेरिकी और अफ्रीकी-अमेरिकी महिला हैं जो इस पद के लिए प्रमुख पार्टी की उम्मीदवार बनी हैं।
  • उनके खिलाफ हो रहे नस्लीय और लैंगिक हमले अमेरिकी समाज में मौजूद गहरे पूर्वाग्रहों को उजागर करते हैं। यह दर्शाता है कि अमेरिका में समानता और मानवाधिकारों के क्षेत्र में अभी भी बहुत काम करने की आवश्यकता है।
  • सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहें और व्यक्तिगत हमले चुनावी प्रक्रिया की गुणवत्ता को प्रभावित कर रहे हैं। यह लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए एक चुनौती है।
  • कमला के पूर्व संबंधों को लेकर हो रही आलोचना दोहरे मापदंडों को दर्शाती है, क्योंकि पुरुष नेताओं के व्यक्तिगत जीवन पर इतना ध्यान नहीं दिया जाता।
  • इस तरह के हमले न केवल कमला हैरिस, बल्कि सभी महिला नेताओं और अल्पसंख्यक समुदायों से आने वाले नेताओं के लिए एक बड़ी चुनौती हैं।
  • यह स्थिति अमेरिकी लोकतंत्र की परिपक्वता पर सवाल उठाती है और दर्शाती है कि वहां अभी भी नस्लीय और लैंगिक समानता के क्षेत्र में बहुत प्रगति की आवश्यकता है।

राष्ट्रपति उम्मीदवार बनते ही शुरू हुए हमले

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— CoolBlue (@BackThebluecool) July 22, 2024

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Tags: Democrat PartyKamala Harris
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Mayank Yadav

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