Earthquake In Delhi-Ncr : दिल्ली-एनसीआर से एक बड़ी खबर सामने आ रही है, बताया जा रहा है, कि बुधवार यानी ( 11 सितंबर ) दोपहर करीब 1 बजे, जब दिल्ली-एनसीआर में लोग ऑफिस में लंच के लिए तैयार हो रहे थे, तभी अचानक भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, जिससे लोग दहशत में आ गए.
इस भूकंप का केंद्र पाकिस्तान के करूर इलाके में स्थित था और रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 5.8 मापी गई। भारत में दिल्ली-एनसीआर के साथ-साथ पंजाब और हरियाणा में भी झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र जमीन से लगभग 10 किमी गहराई में था, हालांकि अभी तक जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
कैसे आता है Earthquake
भूकंप धरती की सतह के नीचे की प्लेटों के खिसकने या आपस में टकराने से आता है। यह मुख्य रूप से टेक्टोनिक प्लेट्स की गति के कारण होता है। पृथ्वी की सतह कई बड़े-बड़े टुकड़ों (टेक्टोनिक प्लेट्स) में बंटी हुई है, जो निरंतर धीमी गति से एक-दूसरे से खिसकती रहती हैं। जब ये प्लेट्स आपस में टकराती हैं, खिसकती हैं या अलग होती हैं, तो उनमें ऊर्जा जमा हो जाती है। यह ऊर्जा जब अचानक मुक्त होती है, तो धरती की सतह पर कंपन होता है, जिसे हम भूकंप कहते हैं। भूकंप आने के और भी कई कारण हो सकते हैं, जैसे:
ज्वालामुखी विस्फोट
ऐसा भी कहा जाता है, कि ज्वालामुखी के फटने से भी भूकंप आ सकते हैं.
खनन या भूमिगत विस्फोट
बड़े पैमाने पर खनन गतिविधियां या भूमिगत विस्फोट भी कंपन का कारण बन सकते हैं।
भूस्खलन
भारी भूस्खलन के कारण भी छोटी तीव्रता के भूकंप आ सकते हैं. भूकंप की तीव्रता और इसका प्रभाव भूकंप के केंद्र, गहराई और आसपास के इलाके पर निर्भर करता है।