दुनिया के कई देशों में पिछले कुछ सालों में भूकंप ने जमकर तबाही मचाई है. इसमें सबसे प्रभावित देशों में नेपाल और अफगानिस्तान जैसे देश शामिल हैं.अफगानिस्तान अब तक बीते शनिवार को आए भूकंप से उबर नहीं पाया था.
इस भूकंप में अफगान के चार हजार से ज्यादा लोग मारे गए हैं. आज सुबह एक बार फिर अफगानिस्तान अबतक बीते शनिवार को आए भूकंप से उबर नहीं पाया था. इस भूकंप में अफगान के चार हजार से ज्यादा लोग मारे गए हैं.
आखिर क्यों आते हैं इतने बड़े बड़े भूकंप?
अब उस सवाल पर आते हैं कि अफगानिस्तान में आखिर इतने खतरनाक और ज्यादा भूकंप क्यों आते हैं? इसका सबसे बड़ा कारण ये है कि अफगानिस्तान यूरेशियन प्लेट की दक्षिणी सीमा के पास है, जिसके चलते यहां भूकंप का असर सबसे ज्यादा दिखता है. इसी वजह से ज्यादातर भूकंप के केंद्र अफगानिस्तान में होते हैं. इसके अलावा ये एक पहाड़ी इलाका है, जिसके चलते नुकसान ज्यादा होता है. कुल मिलाकर अपनी भौगोलिक स्थिति के चलते अफगानिस्तान में भूकंप आते हैं.
वैसे तमाम भू-वैज्ञानिकों और एक्सपर्ट्स का मानना है कि पूरा दक्षिण एशिया ही भूकंप के लिए काफी संवेदनशील है. जिसके चलते अफगानिस्तान, भारत और उसके पड़ोसी देशों में भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं
4000 से अधिक भूकंप से मरने वालों की संख्या
अफगानिस्तान में आए शक्तिशाली भूकंप के कारण दो हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई है. तालिबान सरकार के एक प्रवक्ता ने रविवार को यह जानकारी दी. लोगों ने चट्टानों और मलबे पर चढ़कर मृतकों और घायलों को निकालने का प्रयास किया. भूकंप से कई गांव तबाह हो गए और शव ढहे मकानों के मलबे के नीचे फंसे हुए हैं. यह देश में दो दशकों में आए सबसे विनाशकारी भूकंप में से एक है.
लोगों ने चट्टानों और मलबे पर चढ़कर मृतकों और घायलों को निकालने का प्रयास किया. भूकंप से कई गांव तबाह हो गए और शव ढहे मकानों के मलबे के नीचे फंसे हुए हैं. यह देश में दो दशकों में आए सबसे विनाशकारी भूकंप में से एक है जिसमें 4000 से ज्यादा लोगें की मौंतें हुयी हैं.
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मरने वालों की वास्तविक संख्या
भूकंप से सबसे ज्यादा प्रभावित हेरात प्रांत के सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक मोहम्मद तालेब शाहिद ने बताया फिलहाल मृतकों और घायलों के आंकड़े अस्पताल लाए गए लोगों के आधार पर जारी किए गए हैं। लोगों को जब मलबे से निकाला जाएगा, तब वास्तविक संख्या का पता चलेगा।