उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ की ओर से पुलिस विभाग के अफसरों को प्रदेश की जनता के साथ सुनवाई के दौरान अच्छा व्यवहार रखने के निर्देश जारी किए थे। बावजूद इसके पुलिस महकमे के सिपाहियों से लेकर बड़े अफसरों तक की ओर से पीड़ितों से किए जा रहे दुर्व्यवहार के अनेकों मामले सामने आते रहते हैं। वहीं इन मामलों के बीच अब सिद्धार्थनगर में DSP का ग्रामीणों को धमकाने से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है।
जानिए क्या है पूरा मामला सिद्धार्थनगर का
वहीं वायरल हो रहा यह पूरा मामला पथरा थाना क्षेत्र के तिगोड़वा गांव का है। गांव में 3 दशक से नवरात्र के समय दुर्गा प्रतिमा स्थापित कर पूजा करने के साथ ही पंडाल लगाकर पूजा-पाठ किया जाता है। हर साल जिस स्थान पर प्रतिमा स्थापित करके पूजा होती थी, उस स्थान को लेकर अब विवाद शुरू हो गया। जिसमें उसी गांव की एक महिला ने पूजा वाली भूमि को अपना बताते हुए कहा कि यहां प्रतिमा स्थापित नहीं होगी। मामले की जानकारी मिलते ही SDM और DSP सुजीत कुमार अपनी अपनी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए।
'खोद के गाड़ दूंगा यहीं पे..'
'..दिमाग ठंडा हो जाएगा'
'..घर खुदवा दूंगा'
'कई पुश्तें सुधर जाएंगी..'
कुछ लोग वर्दी में होते हैं तो भाषा और तेवर ही बदल जाते हैं. ये हैं सिद्धार्थनगर में तैनात सीओ सुजीत कुमार राय. कुछ यूं जमीन का विवाद निपटा रहे हैं.@Uppolice @sanjaychapps1 @dgpup pic.twitter.com/YNzJlRTEWY— Vivek K. Tripathi (@meevkt) October 10, 2023
जिसके बाद पूरी बात को जानने के बाद उन्होंने पूर्व के स्थान के बगल में प्रतिमा स्थापित करने को दुर्गा पूजा समिति के सदस्यों से कहा। इस पर पूजा समिति से जु़ड़े शेषराम यादव ने सीओ से कहा कि साहब जिस जमीन पर आप प्रतिमा स्थापित करने को कह रहे हैं, उस पर गांव के एक व्यक्ति का कब्जा है। यह सुनते ही सीओ भड़क गए। उन्होंने कहा कि इसमें जो भी नौटंकी करेगा, उसे गाड़ दूंगा..। वहां मौजूद किसी ने उनके कही बात का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इसकी जांच एसपी अभिषेक कुमार अग्रवाल ने एएसपी सिद्धार्थ को सौंपी है।
DSP का ये वीडियो वायरल होते ही महकमे में मचा हड़कंप
बता दें कि सोशल मीडिया पर DSP का ये वीडियो वायरल होते ही महकमे में हड़कंप मच गया, जिसके लेकर अब DSP से मामले में सफाई देते हुए कहा कि ” विवादित जमीन पर पहले प्रतिमा स्थापित की जाती थी। जिसे लेकर एक महिला ने इस बार शिकायत की है और एसडीएम ने जमीन आवंटित कर दी है। इसके बावजूद भी गांव के कुछ लोग उसी स्थान पर प्रतिमा स्थापित करना चाहते थे। शिकायत के बाद ऐसे लोगों को डांटा-समझाया गया कि गलत करोगे तो जमीन में धंस जाओगे”। उन्होंने कहा, “माता की पूजा सुख-शांति के लिए की जाती है। पूजा के कारण अशांति नहीं होनी चाहिए।”