नई दिल्ली। सरकार के साथ कई दौर की बातचीत के बाद भी कोई समाधान नहीं निकलने के कारण आज फिर किसानों द्वारा दिल्ली कूच का आह्वान किया गया है। जबकि दूसरे तरफ सरकार द्वारा लगातार संगठन के नेताओं से बातचीत का प्रयास किया जा रहा है। दिल्ली कूच को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के नेता और सदस्य सुबह से ही पंजाब और हरियाणा से सटे शंभू और खनौरी बॉर्डर पर रणनीति बनाने में जुट हुए हैं।
सुरक्षा में सेंध लगाने की तैयारी
कंक्रीट व भारी-भरकम बैरिकेड तोड़ने के लिए बख्तरबंद भारी मशीनरी लेकर किसान बॉर्डर पर पहुंचे हैं। वहीं प्रशासन ने भी आंदोलन के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत कर रही है। गौरतलब है कि 22 फरवरी को किसानों का 500 संगठन संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में दिल्ली में अपनी मांगों के लिए केंद्र सरकार के खिलाफ अपने रणनीति पर मथन करेंगे।
हरियाणा सरकार अलर्ट
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और राज्य के गृहमंत्री अनिल विज किसानों के दिल्ली कूच को लेकर प्रशासन को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है। आंदोलन को लेकर बीते दिन विधानसभा सत्र के दौरान ही गृह मंत्री ने पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर और गृह सचिव टीवीएसएन प्रसाद के साथ मीटिंग भी की थी। जिसमें सुरक्षा व्यवस्था के लिए किये गए तैयारियों का समीक्षा किया गया और कड़ाई का निर्देश दिए गए।
एमएसपी पर सरकार के प्रस्ताव को खारिज करने पर कृषि मंत्री की प्रतिक्रया
किसानों की मांग को लेकर किसान नेताओ के बीच कई दौर के बातचीत मे कुछ मुद्दों पर बात बनी थी। जिसमें सरकार ने कुछ फसलों पर एमएसपी देने की बात मानी थी। लेकिन किसान नेताओं ने सरकार के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया। जिसके बाद अब कृषि मंत्री मंत्री अर्जुन मुंडा की प्रतिक्रिया आई है। केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि हम अच्छा करना चाहते हैं और ऐसा करने के लिए उनके विचारों का स्वागत है। लेकिन किसी भी समस्या का समाधान बातचीत से निकलेगा। जिसके लिए हम तैयार हैं।