आज का दिन भारत के लिए अहम है क्योंकि आज यानी 9 सितंबर को G20 का आगाज हो चुका है। इसके लिए प्रधानमंत्री मरेंद्र मोदी भारत मंडपम पहुंच चुके हैं। सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष के भी यहां पहुंचने की शुरूआत हो चुकी है। इन सभी को पीएम नरेंद्र मोदी रिसीव कर रहे हैं। नहीं पीएम मोदी मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री को गले लगाकर स्वागत किया। इतना ही नहीं बाइडेन को भारत मंडपम में बने कोणार्क चक्र के बारे में जानकारी दी।
भारत ने ढाई हजार साल पहले मानव कल्याण का संदेश दिया था: मोदी
वहीं बता दें कि शिखर सम्मेलम की शुरूआत फोटो सेशन के सात हुई। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने वेलकम कर स्पीच दी। उन्होंने सबसे पहले मोरक्कों में भूकंप की घटना पर दुख जताया और मदद का भरोसा दिलाया। पीएम ने जी-20 की अध्यक्षता के तौर पर सभी देशों का स्वागत किया। उन्होंने कहा, आज हम जिस स्थान पर एकत्रित हैं, यहां कुछ किमी दूर ढाई हजार साल पुराना स्तंभ लगा है। इस पर प्राकृतिक भाषा मेंं लिखा है कि मानवता का कल्याण सदैव सुनिश्चित किया जाए। ढाई हजार साल पहले भारत की धरती ने ये संदेश पूरी दुनिया को दिया था। 21वीं सदी का यह समय पूरी दुनिया को नई दिशा देने वाला है। दुनिया हमसे नए समाधान मांग रहे हैं। इसलिए हमें अपने हर दायित्व को निभाते हुए आगे बढ़ना है।
सभी के साथ मिलकर चलने का समय- पीएम मोदी
आपको बता दें कि कोरोना के बाद विस्वास के अभाव का संकट आया है। युद्ध ने इस संकट को और गहरा कर दिया है। जब हम कोरोना को हरा सकते हैं को फिर आपसी चर्चा में इस संकट को भी दूर कर सकते हैं। ये हम सभी के साथ मिलकर चलने का समया है।
अब से G20 को G21 कहा जाएगा- पीएम मोदी
आपको बता दें कि पीएम मोदी ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि अब से G20 को G21 कहा जाएगा। अफ्रीकन यूनियन को स्थाई सदस्यता मिल गई है। भारत ने खुद को ग्लोबल साउथ के लीडर के तौर पर स्थापिक किया। अफ्रीकन यूनियन में 55 देश शामिल है। पीएम ने कहा, अफ्रीकन यूनियन को G20 को स्थाई सदस्य्ता दी जाए। आप सबकी सहमति से आगे की कार्रवाई शुरू करने से पहले अफ्रीकन यूनियन को सदस्य के रूप में आमंत्रित करता हूं।










