नई दिल्ली। भारत के गगनयान मिशन के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उन सभी अंतरिक्ष यात्रियों के नामों की घोषणा की, जो भारत के पहले मानव अंतरिक्ष उड़ान मिशन के लिए प्रशिक्षण ले रहे हैं। मिशन के लिए प्रशिक्षण ले चारों अंतरिक्ष यात्री का नाम भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर, ग्रुप कैप्टन अजीत कृष्णन, ग्रुप कैप्टन अंगद प्रताप और विंग कमांडर सुभांशु शुक्ला है। ये सभी अंतरिक्ष यात्री पिछले पांच वर्षों से गगनयान मिशन के लिए रूसी और रूसी भाषा में प्रशिक्षण ले रहे हैं।
40 साल बाद कोई भारतीय अंतरिक्ष की यात्रा पर
दो दिवसीय दौरे पर दक्षिण भारत के थुंबा में विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी) में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ये चारों सिर्फ चार नाम या पहचान नहीं हैं, वे हमारे देश के 1.4 अरब लोगों की अंतरिक्ष आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने कहा कि 40 से अधिक वर्षों के बाद फिर से कोई भारतीय अंतरिक्ष की यात्रा करेगा। हमारे ये गर्व की बात है कि इस बार, लॉन्चपैड, रॉकेट और काउंटडाउन सब हमारा होगा।
1800 करोड़ की इन परियोजनाओं का उद्घाटन
इस दौरान उन्होंने विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र में ₹1,800 करोड़ की तीन महत्वपूर्ण अंतरिक्ष बुनियादी परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री द्वारा उद्घाटन किए गए परियोजनाओं में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, श्रीहरिकोटा में ‘पीएसएलवी एकीकरण सुविधा’ महेंद्रगिरि में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (isro)प्रोपल्शन कॉम्प्लेक्स में ‘सेमी-क्रायोजेनिक्स इंटीग्रेटेड इंजन और स्टेज टेस्ट सुविधा’ तथा वीएसएससी में ‘ट्राइसोनिक विंड टनल’ शामिल है। इसके साथ साथ प्रधानमंत्री ने गगनयान की प्रगति की समीक्षा भी की।
क्या है भारत का गगनयान मिशन ?
गगनयान मिशन भारत की पहली मानव अंतरिक्ष उड़ान परियोजना है। इसका उद्देश्य तीन सदस्यों के एक दल को तीन दिवसीय मिशन के लिए 400 किमी की कक्षा में लॉन्च करके और उन्हें सुरक्षित वापस लाकर इसरो की मानव अंतरिक्ष उड़ान क्षमता का प्रदर्शन करना है। इस अंतरिक्ष मिशन में केवल तीन अंतरिक्ष यात्रियों का दल होगा। इस मिशन की सफलता तब मानी जाएगी जब यह एक वास्तविक मानव मिशन होगा। उससे पहले इसे कई दौर के परीक्षण से गुजरना होगा जो सुनिश्चित करेगी कि अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी पर सुरक्षित रूप से ले जाने और वापस लाने के लिए यह सिस्टम पूर्ण रूप से सुरक्षित हैं।