Hathras Kand: हाथरस हादसे के पांच दिन बाद, इस भगदड़ के पीछे जहरीली गैस वाले स्प्रे की नई थ्योरी सामने आई है। भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि के वकील एपी सिंह ने चौंकाने वाला दावा किया है। उन्होंने बताया कि भीड़ में कुछ लोगों के पास पानी की बोतल जैसी दिखने वाली बोतलें थीं, जिनमें जहरीली गैस भरी हुई थी।
इसके चलते यह हादसा (Hathras Kand) हुआ। उनके पास चश्मदीद गवाह भी हैं जिन्होंने यह बोतलें देखी थीं। गवाह ने बताया कि उसने सोचा था कि ये पानी की बोतलें हैं, लेकिन उनमें से कुछ निकल रहा था। तीन लोगों ने इस बारे में बताया है। उनके परिवार की महिलाएं भी बेहोश हो गई थीं और बाद में संभलीं।
एपी सिंह ने किया जहरीली गैस का जिक्र
वकील एपी सिंह ने कहा कि इस जहरीली गैस का असर इतना था कि महिलाओं ने एक बार सांस ली तो दूसरी सांस नहीं ले पाईं और गिर गईं। उन्होंने कहा कि उनके पास कार्यक्रम की अनुमति थी। उन्होंने 80 हजार लोगों के आने की अनुमति ली थी, लेकिन कितने लोग आए, इसकी कोई लिस्ट नहीं है। प्रशासन कह रहा है कि वहां पर ढाई लाख लोग थे, लेकिन 80 हजार की जिम्मेदारी प्रशासन की थी। उनके पास सभी की अनुमति थी।
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एपी सिंह ने प्रशासन पर उठाए सवाल
वकील ने कहा कि यह एक विस्तृत जांच का विषय है, लेकिन बताया है कि लोगों का दम घुटा। कहा जा रहा है कि भगदड़ से लोग मरे, लेकिन भगदड़ का कारण, गिरने का कारण, दम घुटने का कारण यही जहरीली गैस थी। ग्रामीण परिवेश की महिलाएं इतनी कमजोर नहीं होतीं। एपी सिंह ने दावा किया कि अभी तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आई है, लेकिन डॉक्टर्स ने बताया है कि दम घुटने से मौतें हुई हैं और लोग बेहोश हो गए हैं।
स्प्रे पर चश्मदीदों ने क्या बताया ?
वकील ने कहा कि हादसा खुले वातावरण में हुआ, चारों तरफ खेत थे, कोई हॉल नहीं था। इसलिए भगदड़ मची। हाईवे पर गाड़ियां दौड़ रही थीं। उन्होंने अपने वाहनों को एटा की तरफ खड़ा किया था और तेजी से भाग गए। अगर कोई सुरक्षित बाहर आ गया तो अचानक क्यों भागने लगेगा। चश्मदीदों ने बताया कि स्प्रे गिरा तो वह व्यक्ति तुरंत नीचे उतरा, उसे उठाया और भाग गया।