नई दिल्ली। विश्व आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मना रहा हैं। इस बार इस अवसर का थीम है इंस्पायर इंक्लूजन।इसका हिन्दी अर्थ है एक ऐसी दुनिया जहां सभी को बराबर का हक और सम्मान मिले। लेकिन किसी देश में महिलाएं कितनी प्रगति कर रही इसका अंदाजा इस बात से लगाया जाता है कि देश की लोकतांत्रिक भागीदारी में महिलाओं की भूमिका क्या हैं? हालांकि आंकड़े बताते हैं कि भारत में राजनीति, उद्योग-अर्थव्यवस्था, शिक्षा, नौकरशाही और सेना जैसे क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी लगातार बढ़ रही है। इस लेख में जानने की कोशिश करते हैं कि देश की राजनैतिक हिस्सेदारी में महिलाओं की भूमिका कितनी हैं। कितने महिला सांसद हैं लोकसभा में?
पहले आम चुनाव में 22 महिला सांसद
आजादी के बाद पहला लोकसभा चुनाव 1951-52 में हुआ था। इस चुनाव में कुल 22 महिलाएं सांसद चुनकर लोकसभा पहुंची थीं। जबकि दूसरे लोकसभा 1957 में भी 22 महिलाएं सांसद ही लोकसभा पहुंची थीं। फिर तीसरे लोकसभा चुनाव 1962 में कुल 31 महिलाएं सांसद बनीं। चौथी लोकसभा चुनाव में पिछले चुनाव की तुलना में संख्या में कमी आई। लेकिन फिर भी 1967 में 29 महिलाएं सांसद चुनी गईं थी और फिर पांचवीं लोकसभा यानी 1971 में 21 महिलाएं संसद पहुंचीं थी।
निर्वाचित महिलाओं की सबसे कम संख्या
6वीं लोकसभा चुनाव से पहले देश में आपातकाल थी उसके बाद जब चुनाव हुए तो सिर्फ 19 महिलाएं सांसद बनीं। देश के सांसद में सबसे कम संख्या सिर्फ इसी लोकसभा में रही।सातवीं लोकसभा में महिला सांसदों की संख्या में एक बार बढ़ोतरी हुई और इस बार फिर 28 महिलाएं लोकसभा सांसद बनीं। 1984 में महिला प्रतिनिधित्व में बढ़ोतरी हुई और आठवीं लोकसभा में 42 महिला उम्मीदवारों को जीत मिली। जबकि अगले लोकसभा में केवल 29 महिलाएं ही संसद के निचले सदन तक पहुंचीं।
2009 में 59 महिला सांसद चुनी गईं
1991 में हुए 10वीं लोकसभा चुनाव में 37 महिलाएं लोकसभा पहुंची। 11वीं लोकसभा में महिला सांसदों की संख्या 40 रही और फिर 1998 में हुए 12वीं लोकसभा के चुनाव में कुल 43 महिलाएं संसद पहुंचीं। 1999 में हुए 13वीं लोकसभा चुनाव में 49 महिला उम्मीदवारों को जीत हासिल हुई है। फिर14वीं लोकसभा में महिला सांसदों की संख्या घटकर 45 हो गई। 2009 के चुनाव में 59 महिला सांसद चुनी गईं।
सबसे अधिक महिला संसद पहुंचीं
2014 में हुए लोकसभा के चुनाव में महिला सांसदों की संख्या बढ़कर 62 हो गई। फिर 17 वी लोकसभा के चुनाव 2019 में हुए । इस चुनाव में अब तक सबसे ज्यादा संख्या 78 महिलाएं संसद पहुंची।