Jaunpur: सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है की बसपा प्रमुख बहन मायवती ने जौनपुर से अपना उम्मीदवार बदलने का फैसला किया है, (हम इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं करते) सूत्रों की माने तो इससे मायवती अपनी चाल चलके समाजवादी पार्टी का काफी नुकसान कर सकती है. कहा तो ये भी जा रहा है की इससे मायवती अपनी बाहुबलियों को संरक्षण देने वाली पार्टी का तमगा भी हटाना चाहती हैं.
उत्तर प्रदेश के राजनीतिक हलकों ने एक महत्वपूर्ण सूचना दी है। प्राप्त सूचना के अनुसार, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने जौनपुर से बाहुबली नेता धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला को टिकट दिया है। मैं अभी तक नहीं जानता कि इसकी वजह क्या है। हालाँकि, चर्चा है कि मायावती जौनपुर से एक मुस्लिम उम्मीदवार को अपना उम्मीदवार बना सकती हैं। आपको बता दें कि जौनपुर में भारतीय जनता पार्टी ने कृपाशंकर सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है, जबकि समाजवादी पार्टी ने बाबू सिंह कुशवाहा को अपना प्रत्याशी बनाया है। 25 मई को जौनपुर में लोकसभा चुनाव के छठे चरण का मतदान होगा।
सपा-भाजपा की बढ़ती धड़कन
बसपा से चुनाव मैदान में उतरे पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला ने जौनपुर लोकसभा सीट के चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. हालांकि, कभी-कभी परिस्थितियों के चलते पूर्व सांसद धनंजय सिंह चुनाव नहीं लड़ पाए हैं, लेकिन वे जौनपुर लोकसभा सीट के चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। यहां से उनकी पत्नी श्रीकला सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष, चुनाव मैदान में प्रवेश कर चुकी हैं।
हाल ही में मिली बिल
बुधवार को पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने अपहरण और रंगदारी के चार साल पुराने मामले में कोर्ट से सात वर्ष की सजा सुनाई। बरेली जेल में उनका कैदी था। हाईकोर्ट ने हाल ही में उनकी जमानत अर्जी तो मंजूर कर ली थी, हालांकि सजा पर रोक लगाने से इंकार कर दिया था। जमानत पर उनके बाहर आने का यहां उनके समर्थकों को बेसब्री से प्रतीक्षा थी। इस सीट पर भाजपा के कृपाशंकर सिंह और सपा के बाबू सिंह कुशवाहा के सामने उनकी पत्नी श्रीकला सिंह चुनाव लड़ रही हैं।
जेल जाने के बाद धनंजय सिंह के कुछ प्रशंसक अब एकजुट होने लगे हैं। यहां आने वाले पूर्व सांसद का समर्थक बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
2009 में धनंजय ने जौनपुर से चुनाव जीता था
राजनीतिज्ञों का मानना है कि धनंजय के जेल से बाहर आने और क्षेत्र में रहने से उनकी पत्नी श्रीकला के चुनाव अभियान को बल मिला। 2009 में धनंजय सिंह ने जौनपुर लोकसभा सीट से बसपा के टिकट पर जीत हासिल की थी और सांसद भी बन गए थे। इसलिए उन्हें इस क्षेत्र के चुनावी समीकरणों के बारे में भी बहुत कुछ पता है।
प्रचार अभियान में उनकी सक्रियता से बसपा के परंपरागत मतदाताओं का उत्साह बढ़ने की उम्मीद है, साथ ही समर्थकों में भी खास उत्साह है।