चुनाव लड़ना चाहते थे नेगी
नेगी का कहना था कि वे वन विभाग में कर्मचारी थे और चुनाव के लिए वीआरएस लिया था। उन्होंने रिटर्निंग अधिकारी के सामने नामांकन पत्र के साथ विभागीय नो ड्यूज भी सबमिट किया था। नेगी का कहना था कि नामांकन के दौरान उनसे सरकारी आवास के लिए जारी बिजली, पानी और टेलीफोन के नो ड्यूज सर्टिफिकेट भी सबमिट करने को कहा गया था।
उन्हें इन सर्टिफिकेट्स को जमा करने के लिए अगले दिन तक का समय दिया गया था। अगले दिन जब वे रिटर्निंग ऑफिसर को कागजात दिए, तो उन्हें इसे लेने से इनकार कर दिया गया और उनका नामांकन पत्र भी खारिज कर दिया गया। नेगी ने दावा किया कि अगर उनके कागजात स्वीकार किए जाते तो उन्हें चुनाव जीतने की संभावना थी। उन्होंने यह भी कहा कि इसलिए चुनाव को रद्द कर दिया जाए।