Lok Sabha Election 2024 : पश्चिम बंगाल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल ही में अपने क जनसभा कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा तंज कसे हुए कहा कि मुझे ढोकला जैसे शाकाहारी व्यंजन और माछेर झोल जैसे गैर शाकाहारी भोजन दोनों पसंद हैं। इसी साथ उन्होंने कहा कि हिंदुओं के विभिन्न समुदायों और विभिन्न संप्रदायों में अपने अनूठे रीति रिवाज़ और खान-पान प्रचलन में हैं बीजेपी कौन होती है किसी व्यक्ति के खान-पान पर रोक लगाने वाली?
लोकसभी चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) को लेकर देश भर में राजनीतिक दलों के बीच मची होड़ से तो आप सभी भली प्रकार से वाकिफ हैं और इसी बीच पश्चिम बंगान की TMC सरकार की सुप्रीमो ममता बनर्जी भी अपने फुल फॉर्म में नज़र आ रही हैं। हाल ही में उन्होंने अपने एक संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी पर पलटवार करते हुए उनके सामने अपना खाना खिलाने की पेशकश क्या रखी कि इस पर बवाल ही मच गया। आपको बता दें कि इस समय पश्चिम बंगाल में मछली को लेकर काफी गहमागहमी का माहौल बना हुआ है।
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दरअसल, पिछले महीने प्रधानमंत्री मोदी ने अपने एक भाषण के दौरान RJD नेता तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा था कि, ऐसे समय पर मासाहारी भोजन का सेवन कर रहे हैं जब हिंदु समाज के लोग मांसाहार के सेवन से परहेज़ करते हैं। इसी को लेकर ममता ने मोदी पर पलटवार करते हुए कह दिया कि “अगर वो चाहें तो मैं उनके लिए कुछ पकाने को तैयार हूं, हालांकि मुझे यकीन नहीं है कि वो मेरे हाथ से पकाए गए खाने को खाएंगे या नहीं।” ममता के इस बयान से स समय बवाल ही मच गया है। और बीजेपी पार्टी की ओर से इसको राजनीतिक एजेंडा करार दिया जा रहा है। इसी के साथ सीपीआई ने इन दोनों ही दलों के बीच समझौते का भी दावा किया है।
बीजेपी नेता संकुदेव पांडा ने क्या कहा ?
भाजपा नेता संकुदेब पांडा ने कहा कि ममता बनर्जी जानबूझकर मोदी को भोजन का न्योता दे रही हैं, जानते हुए कि पीएम शुद्ध रूप से शाकाहारी हैं। पांडा ने कहा कि यह केवल उनकी एक चाल है, क्योंकि वह जानती हैं कि पीएम कभी मछली या कोई नॉनवेज नहीं खाएंगे। अगर वह मानती हैं कि हर किसी को उस खाने की अनुमति दी जानी चाहिए, जो वह पसंद करता है, तो उनकी टिप्पणियां मोदी जी के आहार संबंधी आदतों को तोड़-मरोड़कर पेश करने का कोई कारण नहीं है। वह कट्टर सनातनी हिंदुओं का अपमान कर रही हैं।
सीपीआई ने कही ये बात
सीपीआई (एम) की ओर से नेता वविकास भट्टाचार्य ने ममता बनर्जी के बयान का जवाब दिया और कहा कि ममता दीदी दादा-बॉन के नाते प्रधानमंत्री के लिए खाना पकाने की पेशकश कर सकती हैं। उन्हें यह नहीं पता कि यह उन्हें खुश करने के लिए है या नहीं। भट्टाचार्य बीजेपी और टीएमसी के बीच कथित गुप्त समझौते के संबंध में टिप्पणी कर रहे थे। यहां वामदल और कांग्रेस गुप्त समझौते के आरोप में टीएमसी और बीजेपी के बीच वाद-विवाद कर रहे हैं। भट्टाचार्य ने कहा कि ममता और मोदी दोनों ही देश को इस स्थिति में लाने के लिए जिम्मेदार हैं। वे दोनों राजनीति को धर्म के साथ मिला रहे हैं।