Lok Sabha Elections 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने घेर लिया है। आरक्षण उनका प्रमुख लक्ष्य है। राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी के आरक्षण हटाओ अभियान का मंत्र है कि बांस नहीं रहेगा, बांसुरी नहीं बजेगी. इसका अर्थ है कि सरकारी नौकरी और आरक्षण नहीं रहेंगे। उनका आरोप था कि बीजपी सरकार अंधे निजीकरण के माध्यम से सरकारी नौकरियों को खत्म कर चुपके-चुपके पिछड़ों, दलितों और आदिवासियों से आरक्षण छीन रही है।
एक्स पर किया पोस्ट
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने पूर्व अकाउंट पर एक पोस्ट में कहा कि नरेंद्र मोदी के आरक्षण हटाओ अभियान का मंत्र है कि कोई सरकारी नौकरी या आरक्षण नहीं रहेगा। वहीं, बीजेपी सरकार अंधे निजीकरण के माध्यम से सरकारी नौकरियों को कम कर रही है, साथ ही दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों से आरक्षण को चुपचाप छीन रही है। 2013 में सरकारी क्षेत्र में 14 लाख स्थायी पद थे, लेकिन 2023 तक सिर्फ 8.4 लाख बचे।
नरेंद्र मोदी के आरक्षण हटाओ अभियान का मंत्र है- न रहेगा बांस, न बजेगी बांसुरी, मतलब न रहेगी सरकारी नौकरी, न मिलेगा आरक्षण।
भाजपा सरकार ‘अंधे निजीकरण’ से सरकारी नौकरियों को ख़त्म कर चुपके-चुपके दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों से आरक्षण छीन रही है।
2013 में पब्लिक सेक्टर में 14…
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 2, 2024
राहुल ने कहा, पब्लिक सेक्टर ने 6 लाख पक्की नौकरियां खो दी
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राहुल गांधी ने बीजेपी को निशाने पर लेते हुए कहा कि सिर्फ पब्लिक सेक्टर में लगभग 6 लाख पक्की नौकरियां खत्म हो गईं, साथ ही बीएसएनएल, सेल और भेल जैसे प्रमुख सरकारी संस्थानों को बर्बाद कर दिया गया। उनका दावा था कि ये पद ही आरक्षण का लाभ देते हैं। रेलवे जैसे संस्थानों में बैक डोर से खत्म की जा रही नौकरियां, सरकारी कामों को ठेके पर देकर, बहुत हैं।
30 लाख रिक्त स्थान भर जाएंगे
राहुल गांधी, एक कांग्रेस नेता, ने कहा कि मोदी सरकार का निजीकरण देश के संसाधनों की लूट है और वंचितों का आरक्षण छीन रहा है। कांग्रेस पार्टी ने वादा किया कि पब्लिक सेक्टर्स को मजबूत करेंगे, 30 लाख सरकारी पदों को भरेंगे और हर वर्ग को रोजगार मिलेगा। परीक्षा के आयोजन से भर्ती होने तक का भी एक निश्चित समय होगा।