Lok Sabha Election 2024 : आज हरियाणा के गोहाना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी रैली की, जहाँ उन्होंने विपक्ष पर व्यापक आक्रोश व्यक्त किया। यह रैली लोकसभा चुनाव के महत्वपूर्ण दौर में हुई। अंबाला सिटी के पुलिस लाइन मैदान में, रैली से एक दिन पहले, डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने तैयारियों और सुरक्षा की जांच की।
प्रधानमंत्री मोदी के साथ होने जा रही इस घटना का विवरण दिया जा रहा है: 2:30 बजे से तीन बजे के बीच, विशेष विमान से उन्हें अंबाला छावनी के एयरफोर्स स्टेशन पर ले जाया जाएगा। वहाँ से सड़क मार्ग के जरिए रैली के स्थान तक उनकी यात्रा जारी रहेगी। भाजपा के उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं में इस रैली के लिए विशेष उत्साह दिखाया जा रहा है।
रैली में अंबाला लोकसभा से प्रत्याशी बंतो कटारिया और कुरुक्षेत्र लोकसभा से नवीन जिंदल मिलकर मोदी के साथ मंच साझा करेंगे। यहाँ एक विशेष बात है कि आज ही पूर्व सांसद रतनलाल कटारिया की पहली पुण्यतिथि है, जिनकी पत्नी बंतो कटारिया अंबाला से लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी हैं।
राम नाम से सभी का आवाहन किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंच से भाषण शुरू किया, पहले सोनीपत की जनता को राम-राम कहकर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि मैं सोनीपत के पवित्र भूमि का आदर करता हूं, हरियाणा की धरती युद्ध में भी गीता के ज्ञान को प्रस्तुत करती है। जब सत्य और असत्य के बीच मुकाबला होता है, तो सत्य की ही विजय होती है। आज, 24 के कुरुक्षेत्र में देश का विकास एक प्रमुख मुद्दा है। विकास के प्रति एक ओर है, जबकि वोट जिहाद दूसरी ओर है। यह सवाल है कि कौन जीतेगा। आपके जवाब ने इसका निर्धारण कर दिया है। 4 जून को मातूराम की जलेबी के लिए क्या होगा, इसका अभिनय भी किया।
‘शाही परिवार रिमोट कंट्रोल देश चलाता है’ – मोदी
देश भर में लोकसभा चुनाव 2024 का माहौल छाया हुआ है और इसी बीच प्रधानमंत्री मोदी हरियाणा में अपनी चुनावी रैली करने पहुंचे उस दौरान उन्होंने विशाल जनसभा को संबोधित किया और इसी के साथ अपने सबसे बड़े विरोधी दल कांग्रेस पर जमकर निशाना भी साधा उन्होंने कहा कि, कांग्रेस 10 साल से सत्ता से बाहर है और वे पूरी तरह से बौखलाहट में हैं। उन्हें वो पुराने दिन याद आ रहे हैं जब शाही परिवार रिमोट कंट्रोल से देश को चलाता था। सभी योजनाएँ उसी परिवार के नाम पर होती थीं और देश का पैसा भ्रष्टाचारियों की तिजोरी में जाता था। लाखों करोड़ के घोटाले होते थे।
इसी के साथ उन्होंने कहा कि, नाम बदलने से असलियत नहीं बदलती है। इंडिया गठबंधन के सदस्य भ्रष्टाचारी और घोटालेबाजों की जमात हैं। उन्हें सत्ता की चाह और इसके लिए देश की सुरक्षा, स्थिरता और सम्मान के साथ पांच साल में पांच प्रधानमंत्रियों की जरूरत है। यह उनकी सरकार चलाने की रणनीति है। उनके एक नेता ने बताया कि पांच साल में पांच प्रधानमंत्रियों की जरूरत है। क्या इससे देश को कुछ लाभ होगा, यह सवाल उठता है।