नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के तारीखों का एलान हो गया है। जिसके मुताबिक तमिलनाडु के सभी 39 सीटों पर पहले चरण में वोटिंग होगी। इस चरण के चुनाव के लिए आज चुनाव आयोग द्वारा अधिसूचना भी जारी कर दी है। इस बीच राज्य की मुख्य क्षेत्रीय पार्टी AIADMK ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अपने 16 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है।
इन सीटों पर ये होंगे पार्टी के उम्मीदवार
AIADMK ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अपने जिन 16 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है उनमें चेन्नई दक्षिण सीट से जयवर्धन, उत्तरी चेन्नई से रोयापुरम मनोहरन, कृष्णागिरी से जयप्रकाश, इरोड से अतरल अशोक कुमार, तो चिदम्बरम से चन्द्रहासन, मदुरै से सरवनन, नमक्कल से तमिल मणि, थेनी सीट से वीडी नारायणसामी और नागपट्टिनम लोकसभा क्षेत्र से सुरजीत शंकर को पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाया है। AIADMK ने सलेम लोकसभा सीट से विग्नेश, विल्लुपुरम से बक्कियाराज, अराक्कोनम से एएल विजयन को भी टिकट दिया है।
अकेले चुनाव लड़ रही है AIADMK
गौरतलब है पार्टी ने अधिकारीक रूप से पिछले साल ही एनडीए से अधिकारीक तौर पर अलग हो गई थी। जिसके बाद पार्टी इस लोकसभा चुनाव में अकेले मैदान में उतर रही है। चुनाव में टिकट की संभावनाओं को देखते हुए बीजेपी के पांच नेता AIADMK में शामिल हुए थे। AIADMKमें शामिल होने वाले नेताओं में पार्टी के प्रदेश आईटी विंग के प्रमुख सीआरटी निर्मल कुमार भी हैं। इससे पहले निर्मल कुमार ने प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष अन्नामलाई पर आरोप लगाया था कि डीएमके के एक मंत्री के साथ उनकी साठगांठ है।
पिछले साल AIADMK का एनडीए से टूटा था रिस्ता
दोनों पार्टी के अलग होने के पीछे कहा जा रहा है कि AIADMK के नेता ई पलानीसामी और ओ पन्नीरसेल्वम के बीच एक विवाद चलते बीजेपी ने खुद को प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल के रूप में प्रोजेक्ट करना शुरू किया था। जिसके बाद दोनों दलों में मतभेद शुरू हो गया और पिछले साल दोनों ने अपने रास्तें बदल लिए।
2019 में बीजेपी का सफाया
लोकसभा चुनाव के नतीजे में यहाँ मोदी मैजिक नहीं चल पाया था और डीएमके ने यहाँ क्लीनस्वीप कर ली थी। वही उस साल यहां दूसरे चरण में मतदान हुआ था। बीजेपी ने यहां 5 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे जिन्होंने 3.66 % वोट हासिल करने में सफलता पाई लेकिन सभी हार का समाना करना पड़ा था। पिछले चुनाव में बीजेपी के साथ AIADMK, PMK और DMDK गठबंधन में शामिल थीं वहीं इस बार AIADMK पार्टी गठबंधन से अलग चुनाव लड़ी थी।