दिल्ली में थाना हौज काजी इलाके के बल्लीमारान में NIA की छापेमारी चल रही है. इसके अलावा दिल्ली-एनसीआर के कई ठिकानों पर छापेमारी की गई है. उधर, राजस्थान के टोंक समेत कई ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन चल रहा है. महाराष्ट्र और यूपी में भी NIA ने रेड डाली है.
NIA की UP में RAID:
उत्तर प्रदेश समेत देश के कई राज्यों में एनआईए (NIA) का पीएफआई (PFI) यानी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से जुड़े अन्य संगठनों पर एक्शन जारी है. एनआईए इनके तमाम ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. ये छापेमारी यूपी के अलावा राजस्थान , महाराष्ट्र , दिल्ली समेत 12 जगहों पर की जा रही हैं।
इनमें यूपी के भी कई जनपद शामिल हैं. एनआईए की टीम बुधवार सुबह करीब पांच बजे से ही पीएफआई से जुड़े संगठनों पर छापेमारी कर रही है. इनमें राजधानी लखनऊ समेत सीतापुर, बहराइच, हरदोई और बाराबंकी जैसे जिले शामिल हैं.
NIA की PFI पर छापेमारी
एनआईए की टीम बुधवार तड़के पैरा मिलिट्री फोर्स और महिला पुलिस कर्मियों के साथ इन संगठनों के ठिकाने पर पहुंची, जहां अब भी छापेमारी की जा रही है. पीएफआई को पिछले साल आतंकवाद विरोधी गैरकानूनी गतिविधियां अधिनियम (UAPA) के तहत बैन कर दिया गया था.
समाचार एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि ये छापेमारी केस नंबर 31/2022 के तहत की गई है. ये मामला पीएफआई, उसके नेताओं और कैडरों की हिंसक और गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल होने से जुड़ा हुआ है. मामले से जुड़े सभी आरोपी पटना के फुलवारी शरीफ इलाके में हिंसक और गैरकानूनी गतिविधियों के उद्देश्य से इकट्ठा हुए थे.
इन जगहों पर चल रही हैं छापेमारी
दिल्ली के थाना हौज काजी इलाके के बल्ली मारान, राजस्थान के टोंक समेत कई ठिकाने, तमिलनाडु के मदुरै, उत्तर प्रदेश के बाराबंकी, लखनऊ, बहराइच, सीतापुर और हरदोई में रेड मारी है. लखनऊ के मदेगंज के बड़ी पकरिया इलाके में एजेंसी ने छापेमारी की. उधर, एनआईए ने मुंबई, ठाणे, नवी मुंबई और महाराष्ट्र के कई जिलों में लगभग पांच स्थानों पर छापेमारी की. एनआईए की टीम ने अब्दुल वाहिद शेख के विक्रोली स्थित आवास के अलावा भिवंडी, मुंब्रा और महाराष्ट्र के कई अन्य जिलों में भी तलाशी ली.
मुंबई में वाहिद शेख के घर पहुंची NIA
NIA की टीम ने मुंबई के विकरोली में पीएफआई से जुड़े वाहिद शेख के घर पर छापेमारी के लिए पहुंचे. हालांकि, वाहिद शेख गेट नहीं खोल रहा है. उसका कहना है कि NIA के अधिकारी पहचान पत्र दिखाएं और उसे लीगल नोटिस भेजे, इसके बाद वह अपने वकील से बात करेगा. वाहिद शेख मुंबई हमले में अभियुक्त था, हालांकि, बाद में वह बरी कर दिया गया था.