Parliament Session : ‘होई वही जोराम रचि राखा..’ अखिलेश ने भरी सभा में अयोध्या से मिली हार पर मोदी का उड़ाया मजाक

लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान अखिलेश यादव ने एनडीए सरकार और बीजेपी पर तेजी से हमला बोला। उन्होंने कहा, "होई वही जो राम रचि राखा," और बताया कि वे उनके पैगाम को लेकर आए हैं जो सभी का कल्याण करते हैं।

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Parliament Session : लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान अखिलेश यादव ने एनडीए सरकार और बीजेपी पर तेजी से हमला बोला। उन्होंने कहा, “होई वही जो राम रचि राखा,” और बताया कि वे उनके पैगाम को लेकर आए हैं जो सभी का कल्याण करते हैं।

संसद (Parliament Session) के विशेष सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान बोलते हुए, यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने एनडीए सरकार पर तेजी से हमला बोला। उन्होंने यूपी में बीजेपी को बड़ा झटका और अयोध्या सीट पर हार के बारे में भी बात की, कहते हुए कि वहां की जीत भारत की परिपक्व जनता की जीत है। उन्होंने सत्ताधारी पार्टी बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा, “‘होई वही जो राम रचि राखा।'”

शायराना अंदाज़ में अखिलेश ने शुरु किया अपना भाषण

अखिलेश यादव ने एक कविता के जरिए एनडीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यहां उनके भगवान राम का फैसला है, जिनकी लाठी में आवाज नहीं होती, जो अपने से किसी को लाने का वादा करते थे, वे खुद ही अब लाचार हो गए हैं। उन्होंने कहा कि हम अयोध्या से उनके प्रेम का पैगाम लेकर आए हैं, जो सच्चे मन से सबका कल्याण करते हैं। जिनका नाम सदियों से जन-जन गाता है, जिनकी मंद-मंद मुस्कान मानवता के लिए अभयदान प्रदान करती है, जिनके उठते तीर असत्य पर सत्य की जीत का होते हैं नाम। वे अवध के राजा पुरुषोत्तम राम हैं, जो असत्य को सत्य के बांधने में मानवता के लिए काम करते हैं।

‘संविधान ही हमारी संजीवनी है’ – अखिलेश

अखिलेश यादव ने इसके अलावा कहा कि संविधान ही हमारी संजीवनी है और उसकी जीत हुई है, संविधान रक्षकों की जीत हुई है। यह सरकार गिरने वाली नहीं, चलने वाली है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता का आग्रह है कि वे गंगा जल को लेकर सच कहें, और कम से कम उस गंगा जल से झूठ न बोलें। उन्होंने पूछा कि विकास के नाम पर ढिंढोरा पीटने वाले लोग कब भ्रष्टाचार की जिम्मेदारी उठाएंगे, जिनके मंदिर की टपकती छतें और रेलवे स्टेशन की गिरी दीवारों ने भ्रष्टाचार की पोल खोल दी है।

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उन्होंने कहा कि हमने जो सड़कें बनाई थीं, उस पर हवाई जहाज उतरे थे और उत्तर प्रदेश की मुख्य नगरी में सड़कों पर नाव उतरी है। अब जब और बारिश होगी, तो लोगों को नाव से ही चलना पड़ेगा। यही हाल है स्मार्ट सिटी के वादों का। उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों में हमारी उपलब्धियां बस इतनी रहीं कि एक शिक्षा परीक्षा माफिया का जन्म हुआ।

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