PM Modi Swearing-in Ceremony: नरेंद्र मोदी तीसरी बार देश का प्रधानमंत्री बनेंगे। बीजेपी इसलिए को बड़ा बनाने में लगी है। समारोह में सभी राज्यों के मुख्यमंत्री, फिल्म उद्योग की हस्तियां, उद्योगपति, पड़ोसी देशों के राष्ट्राध्यक्षों और दुनिया भर के प्रमुख नेताओं को बुलाया गया है।
नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में मॉरीशस, बांग्लादेश, श्रीलंका, भूटान, नेपाल और भारत के प्रधानमंत्रियों को विशेष आमंत्रित किया गया है। श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के कार्यालय के मीडिया विभाग ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने उन्हें शपथ ग्रहण समारोह में बुलाया है।
किसको किया गया फोन ?
नरेंद्र मोदी के PM Modi Swearing-in Ceremony में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना भी बुलाया गया है। समारोह में मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ, भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे और नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड को भी आमंत्रित किया गया है।
Swearing-in Ceremony में पहले किसे बुलाया गया था?
2014 में, नरेंद्र मोदी ने दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC) के नेताओं को प्रधानमंत्री के रूप में पहली बार बुलाया था। सार्क में भारत, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका शामिल हैं।
क्या हैं Nitish Kumar की वो मांगे जिसे मानना बीजेपी की बनी मजबूरी?
2019 में नरेंद्र मोदी की दूसरी बार प्रधानमंत्री की शपथ ग्रहण समारोह में बिम्सटेक (BIMSTEC) यानी बे ऑफ बंगाल इंटरनेशनल इनिशिएटिव फॉर मल्टी-सेक्टोरल टेक्निकल एंड इकोनॉमिक को-ऑपरेशन के देशों के नेताओं को बुलाया गया था। बांग्लादेश, भूटान, भारत, नेपाल और श्रीलंका बिम्सटेक के सदस्य हैं।
Swearing-in Ceremony कब होगी?
आठ जून को नरेंद्र मोदी अपनी तीसरी प्रधानमंत्री शपथ ले सकते हैं। 2014 के बाद बीजेपी को अपने दम पर बहुमत नहीं मिला है, लेकिन पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने 272 पार कर लिया है।