Prajwal Revanna Case: पार्टी ने पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ कार्रवाई की है। प्रज्वल रेवन्ना पर महिलाओं के अनुचित वीडियो बनाने और उनके साथ जबरदस्ती करने का आरोप है। जेडीएस ने पार्टी की कोर कमेटी की बैठक के बाद प्रज्वल रेवन्ना को निलंबित कर दिया है और उन्हें नोटिस जारी किया है।
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जेडीएस नेता एच.डी. कुमारस्वामी ने मंगलवार (30 अप्रैल, 2024) को कहा कि वे प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। उन्होंने इसे शर्मनाक घटना बताते हुए इस बात पर जोर दिया कि वे इस मामले में रेवन्ना का बचाव नहीं करेंगे।
ऐसी घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जा सकतीं- अमित शाह
इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी आज टिप्पणी की कि ऐसी घटनाएं (Prajwal Revanna Case) बर्दाश्त नहीं की जा सकतीं। उन्होंने कहा, “बीजेपी का रुख है कि हम महिला सशक्तिकरण के साथ खड़े हैं। महिलाओं के प्रति किसी भी तरह का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कांग्रेस हमें निशाना बना रही है, लेकिन मेरा सवाल है कि अभी तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई। वहां कांग्रेस की सरकार है।” राज्य में कानून व्यवस्था राज्य सरकार की जिम्मेदारी है। प्रियंका गांधी हमसे सवाल कर रही हैं, लेकिन अपने मुख्यमंत्री से पूछें।”
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प्रियंका गांधी ने क्या सवाल उठाया?
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सवाल उठाया था कि पीएम मोदी इस मामले पर चुप क्यों हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘प्रधानमंत्री जिस नेता की पीठ थपथपाते हैं, जिस नेता के चुनाव प्रचार में प्रधानमंत्री मतदान से ठीक 10 दिन पहले जाते हैं, मंच पर उसकी तारीफ करते हैं…’
प्रियंका गांधी ने कहा, “आज कर्नाटक का वह नेता देश से फरार है। उसके जघन्य अपराधों के बारे में सुनकर ही दिल बैठ जाता है। उसने सैकड़ों महिलाओं की जिंदगी बर्बाद कर दी है.” उन्होंने पूछा, ”मोदी जी, क्या आप अब भी चुप रहेंगे?”
दरअसल, मामले में कर्नाटक सरकार ने एसआईटी का गठन किया है। प्रज्वल रेवन्ना ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उम्मीदवार के रूप में हासन लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा है।