Rapid Metro: जेवर एयरपोर्ट से गाज़ियाबाद तक 72.44 किमी लंबी रैपिड रेल कॉरिडोर प्रस्तावित है, जिसकी डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) केंद्र सरकार को भेजी गई है। इस कॉरिडोर में 22 स्टेशन होंगे, जिनमें से 11 स्टेशन आरआरटीएस से और 11 स्टेशन मेट्रो से जुड़े होंगे। परियोजना की अनुमानित लागत 20637 करोड़ रुपये है।
परियोजना का प्रस्ताव
जेवर एयरपोर्ट से गाज़ियाबाद तक रैपिड रेल चलेगी, जिसकी लंबाई 72.44 किमी होगी। योगी सरकार ने इस परियोजना के डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) को मंजूरी देने के लिए केंद्र सरकार को पत्र भेजा है।
नई रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम
यूपी सरकार ने जेवर, नोएडा में बन रहे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से गाजियाबाद तक रैपिड रेल चलाने का फैसला किया है। इसके लिए दिल्ली-मेरठ की तर्ज पर एक अलग रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) कॉरिडोर बनाया जाएगा।
डीपीआर और लागत
डीपीआर को मंजूरी देने के साथ ही राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से फंडिंग पैटर्न तय करने का अनुरोध किया है। प्रस्तावित डीपीआर में जेवर और गाजियाबाद के बीच बनने वाले आरआरटीएस कॉरिडोर की कुल लंबाई 72.44 किमी होगी। साथ ही, इसमें कुल 22 स्टेशन होंगे। इनमें से 11 स्टेशन आरआरटीएस से और 11 स्टेशन मेट्रो से जुड़े होंगे। इस परियोजना की अनुमानित लागत 20637 करोड़ रुपये है।
केंद्र को पत्र
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम द्वारा तैयार की गई डीपीआर को राज्य सरकार की सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है। इसके अनुसार आवास के अतिरिक्त मुख्य सचिव नितिन रमेश गोकर्ण ने केंद्र सरकार को पत्र भेजा है। यह पत्र केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के सचिव अनुराग जैन को लिखा गया है।
परियोजना का विस्तार
पत्र में कहा गया है कि इसे यमुना एक्सप्रेस औद्योगिक प्राधिकरण क्षेत्र के माध्यम से जेवर एयरपोर्ट से ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के माध्यम से नोएडा मेट्रो की एक्वा लाइन के साथ एकीकृत करके गाजियाबाद आरआरटीएस परियोजना से जोड़ा जाएगा। भविष्य में, आरआरटीएस परियोजना को गुरुग्राम, रेवाड़ी, अलवर, सोनीपत, पानीपत तक विस्तारित करने का प्रस्ताव है और इससे दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को जेवर कॉरिडोर से भी जोड़ा जाएगा।
एकीकृत प्रणाली
आरआरटीएस और मेट्रो रेल की एकीकृत प्रणाली ग्रेटर नोएडा को भी मेट्रो सुविधा प्रदान करेगी। इस तरह, यह परियोजना लोगों को जेवर एयरपोर्ट से नई दिल्ली के साथ-साथ अन्य शहरों तक प्रदूषण मुक्त उच्च गति परिवहन सेवा प्रदान करेगी।
राज्य सरकार का दृष्टिकोण
राज्य सरकार का मानना है कि रैपिड रेल दिल्ली जाने के लिए जेवर एयरपोर्ट आने वाले लोगों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगी। इसके साथ ही, लोग कुछ ही घंटों में दिल्ली के साथ-साथ हरियाणा आदि भी पहुंच सकेंगे। इसे ध्यान में रखते हुए जेवर एयरपोर्ट से गाजियाबाद तक रैपिड रेल की डीपीआर तैयार की गई है।
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प्रदूषण मुक्त सेवा
ग्रेटर नोएडा को भी आरआरटीएस और मेट्रो रेल की एकीकृत प्रणाली से मेट्रो सुविधा मिलेगी। इस तरह, लोगों को इस परियोजना के माध्यम से जेवर एयरपोर्ट से नई दिल्ली के साथ-साथ अन्य शहरों तक प्रदूषण मुक्त उच्च गति परिवहन सेवा मिलेगी।