Shahdara kanwar route: सावन माह की शुरुआत के साथ ही कांवड़ यात्रा पूरे जोश में चल रही है, लेकिन दिल्ली के शाहदरा जिले में यात्रा मार्ग पर बिखरे कांच के टुकड़ों ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। 12 जुलाई 2025 की रात यह चौंकाने वाली घटना सामने आई, जब लगभग एक किलोमीटर के दायरे में सड़क पर कांच के टुकड़े बिखरे मिले। भाजपा विधायक संजय गोयल ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया और इसे एक सुनियोजित साजिश बताया। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने घटना का संज्ञान लिया है, जबकि प्रशासन और पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई शुरू कर दी है। मामला गंभीर होते हुए कांवड़ यात्रा की सुरक्षा पर गहरी चिंता पैदा कर रहा है।
In Delhi's Shahdara area, glass pieces were found scattered for about 1 km along the Kanwar Yatra route. pic.twitter.com/Go1ZIKX5ZW
— Woke Eminent (@WokePandemic) July 13, 2025
कांवड़ मार्ग पर कांच की बिछाई गई ‘साजिश’?
दिल्ली के Shahdara जिले में कांवड़ यात्रा मार्ग पर बिखरे कांच के टुकड़े स्थानीय प्रशासन और श्रद्धालुओं के लिए चिंता का विषय बन गए हैं। यह घटना उस समय सामने आई जब 11 जुलाई से शुरू हुई सावन कांवड़ यात्रा अपने चरम पर थी। बताया गया कि कांच के टुकड़े लगभग एक किलोमीटर तक फैले हुए थे, जिससे श्रद्धालुओं को चोट लगने का खतरा बढ़ गया था।
भाजपा विधायक संजय गोयल ने घटना की जानकारी सार्वजनिक की और तुरंत मौके पर पहुंचकर नगर निगम व PWD को सफाई के निर्देश दिए। उन्होंने इस कृत्य को ‘शरारती तत्वों’ की सोची-समझी साजिश करार दिया, जिसका उद्देश्य धार्मिक यात्रा को बाधित करना और सामाजिक शांति भंग करना हो सकता है।
प्रशासनिक और पुलिसिया एक्शन में तेजी
इस घटना के बाद Shahdara प्रशासन और Shahdara पुलिस हरकत में आ गए। दिल्ली पुलिस ने CCTV फुटेज खंगालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है ताकि पता चल सके कि कांच किसने और कब बिखेरे। PWD की ओर से अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की तैयारी की जा रही है।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने भी मामले को गंभीरता से लिया और निर्देश दिए कि कांवड़ यात्रा के दौरान किसी प्रकार की असुविधा श्रद्धालुओं को न हो। नगर निगम और लोक निर्माण विभाग ने तत्काल सफाई अभियान चलाया और कुछ घंटों में मार्ग को साफ कर दिया गया। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि दोषियों की पहचान कर उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
सुरक्षा व्यवस्था और यात्रा का वातावरण
Shahdara जिला प्रशासन ने कांवड़ यात्रा के मद्देनज़र क्षेत्र को तीन जोनों में बांटकर 770 पुलिसकर्मियों की तैनाती की है। साथ ही, ड्रोन से निगरानी की जा रही है ताकि किसी तरह की गड़बड़ी तुरंत पकड़ी जा सके। 18 कांवड़ शिविरों की स्थापना की गई है जहां श्रद्धालुओं को भोजन, पानी और विश्राम की व्यवस्था दी गई है।
हालांकि यात्रा का माहौल भक्तिमय बना हुआ है, लेकिन इस घटना ने प्रशासन को और ज्यादा सतर्क कर दिया है। खासतौर पर श्रद्धालु इस घटना को धार्मिक भावनाओं को आहत करने की कोशिश मान रहे हैं, हालांकि पुलिस ने अब तक किसी समुदाय या समूह को दोषी नहीं ठहराया है।
साजिश या संयोग?
अब तक की जांच में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है और CCTV फुटेज की समीक्षा जारी है। प्रशासन की त्वरित कार्रवाई के चलते मार्ग की सफाई पूरी हो चुकी है और कांवड़ यात्रा सामान्य रूप से जारी है। लेकिन यह घटना सवाल खड़े करती है कि कहीं यह एक गंभीर साजिश तो नहीं थी? क्या कोई तत्व धार्मिक एकता को तोड़ने का प्रयास कर रहा है?
इस मामले में आने वाले दिनों में जांच के आधार पर स्थिति साफ होगी। फिलहाल, श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत प्रशासन को दें। प्रशासन का दावा है कि कांवड़ यात्रा की गरिमा और सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।