Sikkim Flood : भारतीय सेना के जवान, चाहे वे दुश्मन से जंग लड़ रहे हों या जिंदगी बचाने की जंग में शामिल हों, हमेशा सबसे आगे और सबसे दुरुस्त बने रहते हैं।
वर्तमान में देश के उत्तर-पूर्वी राज्यों में भयानक बाढ़, भूस्खलन, और फ्लैश फ्लड जैसी आपदाएं आ गई हैं। दूरबीनी और सीमांत इलाकों के गांवों में कई गांव कट गए हैं। इस प्रकार के कटे हुए गांवों को वापस जोड़ने के लिए सेना ने कार्रवाई की है।
सिक्किम बना आपदाओं का अड्डा
सिक्किम में हाल ही में एक भयानक भूस्खलन हुआ था, जिसके कारण छह लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना से 1500 से अधिक पर्यटक फंस गए थे। यह घटना मंगन जिले में हुई थी। इस बीच, एक नया ब्रिज भी लैंडस्लाइड की वजह से टूट गया था और मंगल जिले का कनेक्शन भी इस घटना के बाद खत्म हो गया था। पिछले साल 3 अक्तूबर की रात भी तीस्ता नदी में फ्लैश फ्लड आया था।
यह फ्लैश फ्लड ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड था, जिसे GLOF कहा जाता है। इसी तरह के हादसे 2013 में केदारनाथ और 2021 में चमोली में भी घटे थे। पिछले साल सिक्किम में भी एक फ्लैश फ्लड आया था, जिसके कारण 88,400 लोग प्रभावित हुए थे। इस हादसे में 40 लोगों की मौत हो गई थी और 76 लोग लापता थे। 33 ब्रिज गायब हो गए थे और दो सरकारी इमारतें व 16 सड़कें क्षतिग्रस्त हुई थीं।