क्या Amazon का हिंदूफोबिक कंटेंट एक रणनीतिक चूक है या धार्मिक संवेदनाओं की सरेआम अनदेखी?

एक बार फिर अमेज़न विवादों में है, इस बार "काली माँ" किताब के चित्र को लेकर। सोशल मीडिया पर यूजर्स गुस्से में हैं और अमेज़न पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने का आरोप लगाकर बायकॉट की मांग कर रहे हैं।

Boycott Amazon Trending: इन दिनों एक्स (पहले Twitter) पर “बॉयकॉट अमेज़न” जबरदस्त तरीके से ट्रेंड कर रहा है। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने अमेज़न के खिलाफ नाराज़गी जताई है और कहा है कि यह ई-कॉमर्स कंपनी बार-बार हिन्दू धर्म की भावनाओं को ठेस पहुंचा रही है। इस बार गुस्से की वजह एक किताब है जिसका नाम है “काली माँ: लघु कथाओं का संग्रह”। इस किताब में एक चित्र ऐसा है जिसमें माँ काली को फाँसी के फंदे से लटका हुआ दिखाया गया है। इस दृश्य को देखकर कई लोग आहत हुए हैं और उन्होंने अमेज़न पर इस तरह की सामग्री बेचने की इजाज़त देने पर सवाल उठाए हैं।

पुराना विवाद फिर से उठा

यह पहला मौका नहीं है जब अमेज़न को इस तरह के विवाद का सामना करना पड़ा है। पहले भी कंपनी पर आरोप लगे थे कि उसने भगवान शिव, गणेश, हनुमान और बुद्ध जैसे देवी-देवताओं की तस्वीरें इस्तेमाल करके ऐसे प्रोडक्ट बेचे, जो बिल्कुल अनुचित माने गए।जैसे कि टॉयलेट मैट्स, जूते और अन्य आपत्तिजनक सामान। उस वक्त भी लोगों ने सोशल मीडिया पर ज़बरदस्त विरोध दर्ज किया था और “बॉयकॉट अमेज़न” ट्रेंड हुआ था।

यूजर्स का आक्रोश और मांग

इस बार भी एक्स पर यूजर्स का गुस्सा साफ देखा जा सकता है। कई लोगों ने कहा है कि अगर अमेज़न बार-बार ऐसी गलतियां कर रहा है तो उसे अब कोई सज़ा मिलनी चाहिए।

एक यूजर ने लिखा, “हम अपने देवी-देवताओं का अपमान सहन नहीं करेंगे। अमेज़न लगातार यही कर रहा है।”

एक और यूजर ने अपील की, “7 जून से 7 जुलाई तक कोई भी अमेज़न से कुछ ना खरीदे। कोई बहाना नहीं चलेगा।”

कई लोगों ने सरकार से भी मांग की है कि अमेज़न पर सख्त एक्शन लिया जाए और ऐसी सामग्री को तुरंत हटाया जाए।

क्या कहा अमेज़न ने?

अब तक अमेज़न की तरफ से इस पूरे मामले में कोई साफ सफाई या माफी नहीं आई है। इससे लोगों का गुस्सा और भी बढ़ गया है। कई लोग सवाल पूछ रहे हैं कि जब बार-बार ऐसी चीजें सामने आ रही हैं, तो क्या यह जानबूझकर किया जा रहा है?

इस समय सोशल मीडिया पर “बॉयकॉट अमेज़न” का ट्रेंड रुकने का नाम नहीं ले रहा। लोग धार्मिक भावनाओं के साथ खेलने वाली किसी भी कंपनी को अब बर्दाश्त करने के मूड में नहीं हैं। अब देखना होगा कि अमेज़न इस विवाद पर क्या प्रतिक्रिया देता है और क्या कार्रवाई करता है।

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