Gold prices: घरेलू बाजार में सोने की कीमतों में तेजी का सिलसिला जारी है। 17 अक्टूबर को 24 कैरेट सोने का भाव 510 रुपये की बढ़त के साथ 78,050 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया, जबकि 22 कैरेट सोना 470 रुपये बढ़कर 71,560 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। विशेषज्ञों के अनुसार, त्योहारी मांग और वैश्विक बाजारों में चल रही हलचल इसके प्रमुख कारण हैं। धनतेरस और दिवाली जैसे प्रमुख भारतीय त्योहारों के मद्देनजर, सोने की कीमतों में और वृद्धि की संभावना जताई जा रही है, क्योंकि इन अवसरों पर सोने की खरीद शुभ मानी जाती है।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी तेजी
अमेरिका में ब्याज दरों में संभावित कटौती की उम्मीद से Gold की कीमतें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपने उच्चतम स्तर के करीब पहुंच रही हैं। 17 अक्टूबर को हाजिर सोना 0.3% की वृद्धि के साथ 2,682.14 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया, जबकि अमेरिकी सोना वायदा 0.2% की बढ़त के साथ 2,697 डॉलर प्रति औंस दर्ज किया गया।
सितंबर में Gold छू चुका है रिकॉर्ड स्तर
सितंबर 2024 में भी सोने की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर थीं, जब 26 सितंबर को यह 2,685.42 डॉलर प्रति औंस तक पहुंचा था। अब त्योहारों के चलते घरेलू बाजार में भी इसी तरह की उछाल देखी जा रही है।
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क्या कीमतों में गिरावट संभव?
विशेषज्ञों का मानना है कि सोना अपने उच्चतम स्तर के करीब है, और कुछ संकेत बता रहे हैं कि कीमतों में थोड़ी गिरावट भी हो सकती है। ऑग्मोंट की शोध प्रमुख रेनिशा चैनानी के अनुसार, Gold में काफी खरीदारी हो चुकी है, और इसका साप्ताहिक और मासिक सापेक्ष शक्ति सूचकांक (RSI) 80 से ऊपर पहुंच चुका है, जो कीमतों में करेक्शन का संकेत देता है। पीएल ब्रोकिंग एंड डिस्ट्रीब्यूशन के सीईओ संदीप रायचुरा का कहना है कि हालांकि मध्यम अवधि में सोने का आउटलुक सकारात्मक बना रहेगा, और इसे 2,550 डॉलर प्रति औंस पर मजबूत समर्थन मिल सकता है।
विशेषज्ञों की राय
बाजार विश्लेषकों का कहना है कि भू-राजनीतिक तनाव, विशेष रूप से अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनावों और वैश्विक व्यापारिक अनिश्चितताओं के चलते, सोने की मांग में लगातार वृद्धि हो सकती है। हालांकि, खरीदारों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है, क्योंकि आने वाले हफ्तों में कीमतों में कुछ करेक्शन भी देखने को मिल सकता है।