Civil Aviation : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत का विमानन क्षेत्र अभूतपूर्व विकास की ओर अग्रसर है। सरकार द्वारा लागू किए गए कानूनी संशोधन, बुनियादी ढांचे में व्यापक सुधार, कनेक्टिविटी का विस्तार और हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने वाले कदमों ने भारत को एक उभरती हुई वैश्विक विमानन ताकत बना दिया है। इस लेख में हम इस ‘उड़ान क्रांति’ की अहम उपलब्धियों और आने वाले समय की दिशा पर प्रकाश डालते हैं।
कानूनी संशोधन से मज़बूत हुई भारत की उड़ान
-
विमान पट्टे कानून में सुधार: भारत सरकार द्वारा लागू किया गया Protection of Interest in Aircraft Objects Bill, 2025 एक अहम कदम साबित हुआ है, जिसके तहत देश के विमान पट्टे संबंधी कानूनों को अंतरराष्ट्रीय Cape Town Convention के अनुरूप ढाल दिया गया है। इस बदलाव से एयरक्राफ्ट लीजिंग की प्रक्रिया पहले से कहीं अधिक भरोसेमंद और लागत-कुशल बनी है, जिससे पट्टे की कुल लागत में 8 से 10 प्रतिशत तक की कमी दर्ज की गई है।
-
भारतीय वायुवहन अधिनियम 2024: देश की विमानन नीति में ऐतिहासिक परिवर्तन लाते हुए इस अधिनियम ने 1934 के औपनिवेशिक दौर के पुराने कानून को पूरी तरह समाप्त कर दिया। ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ जैसे अभियानों को बल देने वाले इस अधिनियम ने न केवल कानूनी ढांचे को आधुनिक बनाया है, बल्कि विमानन क्षेत्र में लाइसेंस प्रक्रिया को भी सरल, पारदर्शी और तेज़ बना दिया है।
बन रहा भविष्य की उड़ानों का आधार
- वाराणसी, आगरा, दरभंगा और बागडोगरा जैसे शहरों में अत्याधुनिक टर्मिनलों का निर्माण जारी है।
- दुर्गापुर, शिर्डी और कन्नूर सहित 12 ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट्स पहले ही चालू हो चुके हैं।
- नेशनल इन्फ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन (NIP) के तहत ₹91,000 करोड़ का पूंजी निवेश किया गया है, जो भविष्य की उड़ानों को नई दिशा देगा।
यह भी पढ़ें : बीड़ी पीने पर मौत की सजा! ट्रेन में पुलिस पिटाई से मजदूर की मौत, सोशल…
‘उड़ान’ योजना’ से कितना मिला लाभ ?
-
2016 में शुरू हुई UDAN (उड़े देश का आम नागरिक) योजना ने देश की हवाई यात्रा को आम लोगों की पहुंच में ला दिया है। अब तक इस पहल के तहत 1.5 करोड़ से अधिक यात्रियों ने सस्ती और सुगम हवाई सेवाओं का लाभ उठाया है। 619 हवाई मार्ग और 88 हवाई अड्डों को इस योजना से जोड़ा जा चुका है, जबकि 120 नए स्थानों को जोड़ने का लक्ष्य तय किया गया है।
-
पूर्वोत्तर भारत को विशेष प्राथमिकता देते हुए 2024 में जोड़े गए 102 नए रूट्स में से 20 रूट इन्हीं राज्यों से संबंधित हैं, जिससे इस क्षेत्र की कनेक्टिविटी को नया जीवन मिला है। वहीं, UDAN यात्री कैफे की शुरुआत से हवाई अड्डों पर यात्रियों को बेहद किफायती दरों पर उच्च गुणवत्ता वाला भोजन, जैसे ₹10 में चाय और ₹20 में समोसे, उपलब्ध कराया जा रहा है। यह योजना केवल यात्रा नहीं, बल्कि समावेशी विकास की उड़ान है।
टेक्नोलोजी ने बनाया आसमानी यात्रा को सुरक्षित
कई नई और आधुनिक टेक्नोलोजियों ने पूरे भारत में तहलका मचा रखा है। आज उसी के चले भारत काफी आगे बड़ गया है। ठीक इसी तरह Digi Yatra सुविधा से अब 24 एयरपोर्ट्स पर बिना टिकट और पहचान पत्र के फेसलेस व पेपरलेस यात्रा संभव हुई है। वहीं, आधुनिक DFDR और CVR लैब्स से विमान दुर्घटनाओं की जांच अधिक पारदर्शी और तकनीकी रूप से सक्षम हो गई है। इसी के साथ जल परिवहन को बढ़ावा देने हेतु सी-प्लेन संचालन के दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं, जिनके तहत जल्द ही 50 से अधिक जल निकायों से उड़ानें शुरू होंगी।
यह भी पढ़ें : बीड़ी पीने पर मौत की सजा! ट्रेन में पुलिस पिटाई से मजदूर की मौत…
हरित ऊर्जा की ओर बढ़ता भारत
अब आगे बढ़ते और विकसित भारत में 80 हवाई अड्डे पूरी तरह ग्रीन एनर्जी पर संचालित हो रहे हैं, और 100 से अधिक को इस दिशा में रूपांतरित करने की योजना भी है। इस कड़ी में बढ़ती पायलट आवश्यकता को देखते हुए पायलट प्रशिक्षण केंद्रों की संख्या में बढ़ोतरी की जा रही है। वहीं इसको लेकर मुख्य रूप से स्कूलों में पढ़ने वाले सभी छात्रों के लिए के लिए एविएशन करियर गाइडेंस कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है ताकि उन्हें इस क्षेत्र में रुचि और मार्गदर्शन मिल सके।