IndusInd Bank के शेयर में बड़ी गिरावट! निवेशकों को तगड़ा झटका, सामने आई वजह…

मंगलवार को एनएसई पर इंडसइंड बैंक के शेयरों की कीमत दोपहर 01:45 बजे 226.90 रुपये या 25.20% की गिरावट के साथ 673.60 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गई। यह स्तर बैंक के लिए 52 हफ्तों का सबसे कम भाव है। निजी क्षेत्र के इस बैंक के शेयरों में आई इतनी बड़ी गिरावट का कारण क्या है, आइए जानते हैं।

Indusind Bank

Indusind Bank : इंडसइंड बैंक के शेयरों में लगातार पांचवें दिन गिरावट देखने को मिली। मंगलवार को बैंक के शेयरों में 25% से अधिक की गिरावट आई। निजी क्षेत्र के इस बैंक ने अपने डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में कुछ असामान्यताएं होने की जानकारी दी है।

मंगलवार को एनएसई पर इंडसइंड बैंक के शेयरों की कीमत दोपहर 01:45 बजे 226.90 रुपये (25.20% की गिरावट) के साथ 673.60 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गई, जो कि बैंक के लिए 52 हफ्तों का सबसे निचला स्तर है। वहीं, बंबई स्टॉक एक्सचेंज पर भी बैंक के शेयर 227.70 रुपये (25.28% की गिरावट) गिरकर 673.00 रुपये प्रति शेयर पर आ गए। इस दौरान, बीएसई सेंसेक्स में इंडसइंड बैंक का शेयर सबसे बड़ी गिरावट वाला रहा।

बीएसई सेंसेक्स कितना गिरा

दोपहर के कारोबार में बाजार स्थिर नजर आया, जबकि प्रमुख सूचकांकों में गिरावट आई। बीएसई सेंसेक्स 36.65 अंक (0.04%) गिरकर 74,096.50 पर पहुंच गया, वहीं एनएसई का निफ्टी 19.50 अंक (0.09%) गिरकर 22,479.80 पर था। सोमवार को इंडसइंड बैंक ने एक नियामकीय फाइलिंग में बताया कि उसके डेरिवेटिव पोर्टफोलियो की आंतरिक समीक्षा में कुछ गड़बड़ियां सामने आई हैं।

बैंक ने क्या कहा ?

बैंक ने कहा कि एक विस्तृत आंतरिक समीक्षा में यह अनुमान लगाया गया कि दिसंबर 2024 तक बैंक की निवल संपत्ति पर लगभग 2.35 प्रतिशत प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। यह समीक्षा भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के द्वारा सितंबर 2023 में जारी निर्देशों के बाद की गई, जो पोर्टफोलियो से जुड़े ‘अन्य परिसंपत्तियां और अन्य देयताएं’ के खातों से संबंधित थे। विशेषज्ञों के अनुसार, इसका असर बैंक की नेट वर्थ पर लगभग 1,500 करोड़ रुपये तक पड़ सकता है।

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इस खुलासे के बाद, इंडसइंड बैंक ने एक एनालिस्ट कॉल आयोजित किया और बताया कि इस मामले की जांच एक बाहरी लेखा परीक्षक कर रहा है, और मार्च 2025 तक रिपोर्ट आने की उम्मीद है। हालांकि, बैंक ने यह भी स्पष्ट किया कि उसकी लाभप्रदता और पूंजी की स्थिति इतनी मजबूत है कि वह इस प्रतिकूल प्रभाव को संभालने में सक्षम है। इसके अलावा, सोमवार को इंडसइंड बैंक के शेयरों में लगभग 4% की गिरावट आई, जो कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के उस फैसले के बाद हुआ, जिसमें निजी क्षेत्र के बैंक के वर्तमान सीईओ का कार्यकाल तीन साल के बजाय केवल एक साल के लिए बढ़ाया गया था।

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