Hurun India List: Hurun India 500 भारत की 500 सबसे बड़ी कंपनियों की कुल वैल्यू 3.8 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गई है, जो भारत की जीडीपी से भी ज्यादा है। इन कंपनियों ने भारतीय शेयर बाजार को भी पीछे छोड़ दिया। खास बात यह है कि सिर्फ टॉप 10 कंपनियों की संयुक्त वैल्यू सऊदी अरब की जीडीपी से भी ज्यादा है।
कौन-कौन सी कंपनियां टॉप 10 में शामिल
Hurun India 500 लिस्ट के मुताबिक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) और एचडीएफसी बैंक सबसे ज्यादा वैल्यू वाली कंपनियां हैं। इनके अलावा, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, इंफोसिस, आईटीसी, लार्सन एंड टुब्रो, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) भी टॉप 10 में शामिल हैं।
टॉप 10 कंपनियों की वैल्यू
रिलायंस इंडस्ट्रीज ,₹17.52 लाख करोड़
TCS , ₹16.10 लाख करोड़
एचडीएफसी बैंक , ₹14.22 लाख करोड़ भारती एयरटेल, ₹9.74 लाख करोड़
आईसीआईसीआई बैंक, ₹9.30 लाख करोड़
इंफोसिस , ₹7.99 लाख करोड़
आईटीसी, ₹5.80 लाख करोड़
लार्सन एंड टुब्रो, ₹5.42 लाख करोड़
एचसीएल टेक्नोलॉजीज,₹5.18 लाख करोड़
NSE (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) ,₹4.70 लाख करोड़
रिलायंस और अडानी की टक्कर
मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज की कुल वैल्यू 19.71 लाख करोड़ रुपये है, जो अडानी ग्रुप से काफी ज्यादा है। अडानी ग्रुप की नौ लिस्टेड कंपनियों की कुल वैल्यू 13.40 लाख करोड़ रुपये है। इसमें अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन की वैल्यू अकेले 2.73 लाख करोड़ रुपये है।
सबसे बड़ी औद्योगिक कंपनी , टाटा संस
टाटा संस भारत की सबसे ज्यादा वैल्यू वाली औद्योगिक कंपनी बन गई है। इसके पास 15 बड़ी कंपनियां हैं और इसकी कुल वैल्यू 37% बढ़कर 32.27 लाख करोड़ रुपये हो गई। Hurun India 500 लिस्ट में इसका 10% हिस्सा है।
सबसे तेजी से बढ़ने वाली कंपनी कौन
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज सालभर में 297% की ग्रोथ के साथ सबसे तेजी से बढ़ने वाली कंपनी रही। इसके बाद आईनॉक्स विंड और जेप्टो का नंबर आता है।
भारत की सबसे बड़ी नॉन-लिस्टेड कंपनी कौन
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) भारत की सबसे मूल्यवान नॉन-लिस्टेड कंपनी बन गई है। इसका वैल्यूएशन 2024 में 201% बढ़कर ₹4.7 लाख करोड़ हो गया।भारत की टॉप 500 कंपनियां लगातार ग्रो कर रही हैं और देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बना रही हैं। बड़ी कंपनियों ने शेयर बाजार को भी पीछे छोड़ दिया है। रिलायंस, TCS और एचडीएफसी बैंक जैसी कंपनियां निवेशकों की पसंद बनी हुई हैं, जबकि मोतीलाल ओसवाल जैसी कंपनियां सबसे तेजी से ग्रो कर रही हैं।