Stock Market News : पिछले हफ्ते शेयर बाजार में लगातार गिरावट रही, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान हुआ। बीते आठ कारोबारी सत्रों में, बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 2,644.6 अंक या 3.36 प्रतिशत गिरा, जबकि एनएसई का निफ्टी 810 अंक यानी 3.41 प्रतिशत गिरावट के साथ बंद हुआ। इस निरंतर गिरावट से निवेशक चिंतित हैं और उन्हें समझ में नहीं आ रहा कि नए सप्ताह में बाजार में गिरावट रुकेगी या यह सिलसिला जारी रहेगा।
मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि कंपनियों के तिमाही परिणामों के सीजन के खत्म होने के बाद, इस सप्ताह बाजार की दिशा मुख्य रूप से वैश्विक रुझानों और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की गतिविधियों पर निर्भर करेगी। विशेषज्ञों के अनुसार, विदेशी निवेशकों द्वारा निरंतर निकासी, कंपनियों के अपेक्षाकृत कमजोर नतीजे, और वैश्विक व्यापार युद्ध की चिंताओं ने पिछले सप्ताह बाजार की धारणा को नकारात्मक रूप से प्रभावित किया। शुक्रवार को सेंसेक्स और निफ्टी लगातार आठवें सत्र में गिरावट के साथ बंद हुए।
ग्लोबल संकेतों से सकारात्मक माहौल
एशियाई बाजारों की स्थिति की बात करें, तो जापान का निक्केई इंडेक्स फ्लैट ट्रेड कर रहा है, जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी इंडेक्स 0.18% की मामूली बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है। हांगकांग का हैंगसैंग इंडेक्स भी शुरुआती कारोबार में मजबूती दिखा रहा है। इसी बीच, गिफ्ट निफ्टी में 47 अंक की तेजी आई है और यह 22,977.50 पर ट्रेड कर रहा है।
अमेरिकी बाजारों की स्थिति पर नजर डालें, तो बीते शुक्रवार को डॉव जोन्स 0.37% गिरकर बंद हुआ, जबकि एस एंड पी 500 में मामूली 0.01% की गिरावट देखी गई। वहीं, नैस्डैक कंपोजिट इंडेक्स में 0.41% की बढ़त देखने को मिली थी।
बीते शुक्रवार की गिरावट
शेयर बाजार में बीते सप्ताह लगातार गिरावट का सिलसिला जारी था। शुक्रवार को घरेलू बाजार के दोनों प्रमुख सूचकांक लाल निशान में बंद हुए थे। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 199.76 अंक गिरकर 75,939.21 पर बंद हुआ, वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 102 अंक गिरकर 22,929.25 पर क्लोज हुआ।
विदेशी निवेशकों की Sell-off का असर
शेयर बाजार में गिरावट का प्रमुख कारण विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की निरंतर बिकवाली(sell-off) है। फरवरी महीने के सिर्फ 14 दिनों में ही निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार से 23,242 करोड़ रुपये की निकासी की है। विशेषज्ञों का मानना है कि जब तक डॉलर इंडेक्स में गिरावट नहीं आती, विदेशी निवेशकों की बिकवाली जारी रह सकती है।
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हालांकि, ग्लोबल संकेत सकारात्मक हैं, लेकिन फिर भी विदेशी निवेशकों की बिकवाली का दबाव भारतीय बाजार पर बना रह सकता है। इसके अतिरिक्त, कंपनियों के तिमाही परिणामों का असर भी बाजार की दिशा तय कर सकता है।
क्यों आ रही गिरावट ?
इस सप्ताह के दौरान फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक का ब्योरा भी जारी किया जाएगा। एंजल वन लिमिटेड के वरिष्ठ विश्लेषक – तकनीकी और डेरिवेटिव्स, ओशो कृष्णन का कहना है, ‘‘घरेलू बाजार में कोई खास घटनाक्रम न होने के कारण, वैश्विक रुझान ही बाजार की दिशा को प्रभावित करेंगे।’’
मास्टर ट्रस्ट ग्रुप के निदेशक, पुनीत सिंघानिया ने बताया, ‘‘बाजार में गिरावट के पीछे कई कारण हैं। इनमें मुख्य कारण अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा व्यापारिक साझीदार देशों पर उच्च शुल्क लगाने की घोषणा है। इसके साथ ही कंपनियों के कमजोर तिमाही नतीजों और विदेशी निवेशकों की निरंतर निकासी ने भी बाजार की धारणा को नकारात्मक रूप से प्रभावित किया है।’’