बेटी को किया ‘टच’ तो अगले चौराहे पर यमराज से मुलाकात तय, देख लें CM योगी आदित्यनाथ के अल्टीमेटम का सच

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, हमने कहा है कि हर बेटी को सुरक्षा देंगे। हर व्यापारी को सुरक्षा देंगे। हर गरीब के साथ सरकार खड़ी होगी। हर दलित के साथ सरकार खड़ी होगी। उत्साह और उमंग में किसी ने व्यवधान डालने का काम किया तो उसे जेल में ठूंसने में देर नहीं करेंगे।

लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। 2017 के पहले यूपी में सैफई परिवार ही सबकुछ था। हमारे लिए पूरा प्रदेश परिवार है। सपा सरकार दंगाइयों के सामने नाक रगड़ती थी और अपराधियों के साथ खड़ी होती थी पर हमने तय किया कि अब अगर किसी बेटी के साथ छेड़छाड़ की तो अगले चौराहे पर यमराज के दर्शन हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि अगर यमराज से टिकट करवाना हो तो किसी बेटी से छेड़छाड़ कर दे। अगले चौराहे पर यमराज मिल जाएंगे। ये बातें सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को लोकभवन सभागार में उज्जवला योजना के तहत पात्र महिलाओं को मुफ्त सिलिंडर रिफिल का उपहार देने के दौरान कही।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, हमने कहा है कि हर बेटी को सुरक्षा देंगे। हर व्यापारी को सुरक्षा देंगे। हर गरीब के साथ सरकार खड़ी होगी। हर दलित के साथ सरकार खड़ी होगी। उत्साह और उमंग में किसी ने व्यवधान डालने का काम किया तो उसे जेल में ठूंसने में देर नहीं करेंगे। इसलिए आज हर त्योहार खुशी के साथ मनाया जा रहा है। हिंसा करने वाले तौबा-तौबा कर रहे हैं। अपराधी गले पर तख्ती लटकाकर सरेंडर कर रहे हैं। सीएम योगी ने दो टूक शब्दों में कहा कि अपराध-अपराधियों का प्रदेश में स्थान नहीं है। वह सुधर जाएं। अगर बेटी के साथ छेड़छाड़ की तो अपराधी की अगले चौराहे पर यमराज से मुलाकात तय हैं।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, हमने प्रतिबद्धता जताई है कि हर बेटी को पूर्ण सुरक्षा मिलेगी, हर व्यापारी को संरक्षण दिया जाएगा, हर गरीब और दलित के साथ सरकार मजबूती से खड़ी रहेगी। अगर कोई उत्सवों में खलल डालने की कोशिश करेगा तो उसे तुरंत जेल भेज दिया जाएगा। यही वजह है कि अब सभी लोग पर्व बिना किसी भय के धूमधाम से मनाए जा रहे हैं। सीएम योगी ने कहा कि दीपावली नजदीक आ रही है, इसलिए स्वदेशी उत्पादों को प्राथमिकता दें। दीपक जलाएं तो स्थानीय कुम्हार द्वारा निर्मित ही चुनें। मूर्तियां भी देशी कारीगरों की बनवाई हुई इस्तेमाल करें। इस पर्व पर किसी जरूरतमंद की सहायता अवश्य करें।

गौरतलब है कि उज्ज्वला योजना की शुरुआत मई 2016 में हुई, जिसने ग्रामीण क्षेत्रों की रसोइयों को धुएं से मुक्ति दिलाई और महिलाओं व बच्चों के स्वास्थ्य को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यूपी में अब तक 1.86 करोड़ परिवारों को यह कनेक्शन वितरित किए जा चुके हैं। राज्य सरकार ने लाभार्थियों को सालाना दो मुफ्त रीफिल देने का ऐलान किया है, जो 2025-26 वित्तीय वर्ष में दो हिस्सों में बांटा जाएगा। पहला हिस्सा अक्टूबर से दिसंबर 2025 तक और दूसरा जनवरी से मार्च 2026 तक। इसके लिए 1500 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है। शुरुआती चरण में आधार सत्यापित महिलाओं को यह सुविधा मिल रही है।

कार्यक्रम में प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि केंद्र में मोदी जी के आने के बाद से जनसाधारण के जीवन को बेहतर बनाने के प्रयास तेज हुए हैं। इसी क्रम में सीएम योगी भी निरंतर प्रयत्नशील हैं। राज्य में कन्या सुमंगला योजना से 26 लाख 24 हजार से अधिक लोगों को फायदा पहुंचा है। सामूहिक विवाह योजना के जरिए आर्थिक रूप से कमजोर बेटियों की शादियां कराई गई हैं। वित्त मंत्री ने महिला सशक्तीकरण से जुड़ी अन्य स्कीमों का जिक्र किया और कहा कि योगी प्रशासन ने प्रदेश की आधी आबादी की सबसे ज्यादा परवाह की है। उन्होंने नारा दिया कि मुद्दई कभी बाल बांका नहीं कर पाएगा, मोदी-योगी का नाम भारत में सदियों तक गूंजता रहेगा।

बता दें, यूपी पुलिस ने 29 सितंबर से लेकर 14 अक्टूबर के बीच कई जनपदों में एनकाउंटर के दौरान 12 अपराधियों को मार गिराया। मारे गए अपराधियों पर लाखों का इनाम था। बीते सोमवार को मेरठ में एक बच्ची के साथ दरिंदगी के मामले में 25 हजार के इनामी बदमाश शहजाद उर्फ निक्की को ढेर किया है। फिरोजाबाद में शैतान मारा गया। अगर बीते साढ़े आठ वर्षों की बात करें तो यूपी में पुलिस और अपराधियों के बीच कुल 15,726 मुठभेड़ हुईं, जिसमें 256 अपराधियों को ढेर करने के साथ 31,960 को गिरफ्तार किया गया। वहीं 10,324 अपराधी घायल हुए। अपराधियों से मोर्चा लेते हुए 18 पुलिसकर्मी शहीद हो गए जबकि 1,754 पुलिसकर्मी घायल हुए।

सबसे अधिक 4453 मुठभेड़ मेरठ जोन में हुईं हैं। इस कार्रवाई में 8,312 अपराधी दबोचे गये जबकि 3,131 अपराधी घायल हुए। वहीं, 85 कुख्यात अपराधियों को मौके पर ही मार गिराया गया। इस दौरान 461 पुलिसकर्मी घायल हुए जबकि अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए दो पुलिसकर्मी शहीद हो गये। इसी तरह, वाराणसी जोन में 1,108 मुठभेड़ हुईं, जिनमें 2,128 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि 27 अपराधियों को मुठभेड़ में ढेर किया गया। इस दौरान 688 अपराधी और 99 पुलिसकर्मी घायल हुए। आगरा जोन में 2,374 एनकाउंटर की कार्रवाई की गईं, जिनमें 5,631 अपराधियों को दबोचा गया। इस दौरान 816 अपराधी घायल हुए जबकि 22 अपराधी मार गिराए गए। मुठभेड़ के दौरान 59 पुलिसकर्मी घायल हुए।

कमिश्नरेट में हुए एनकाउंटर्स पर नजर डालें तो लखनऊ में 138 मुठभेड़ में 12, गौतमबुद्धनगर में 1,117 मुठभेड़ में 9, वाराणसी में 131 मुठभेड़ में 7, कानपुर में 234 मुठभेड़ में 4, आगरा में 458 मुठभेड़ में 7, गाजियाबाद में 736 मुठभेड़ में 13 और प्रयागराज में 141 मुठभेड़ में 6 अपराधियों को ढेर किया जा चुका है। फिलहाल यूपी पुलिस का ऑपरेशन शक्ति जारी है। कानपुर पुलिस भी अपराधियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाए हुए है। सीपी ने बीतेदिनों थानेदारों के अलावा अधिकारियों के साथ बैठक की। इनामी अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजे जानें का आदेश दिया। थानेदार और एसीपी से कहा है कि वह लोगों को खुश रखें, तभी थानेदारी बचेगी।

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