Ashish Nehra journey from cricketer to coach : भारतीय क्रिकेट में अगर किसी तेज गेंदबाज़ ने अपने जुनून और मेहनत से खास जगह बनाई है, तो वो हैं आशीष नेहरा। उनका नाम सुनते ही दिमाग में एक ऐसा खिलाड़ी आता है जिसने चोटों से लड़ते हुए भी टीम इंडिया के लिए शानदार प्रदर्शन किया।
आशीष नेहरा का जन्म 29 अप्रैल 1979 को दिल्ली में हुआ था। उन्होंने 1999 में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट से अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी। अपने खास एक्शन और तेज गति की गेंदों से वह जल्दी ही टीम के भरोसेमंद गेंदबाज़ बन गए। खासतौर पर 2003 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ उनके 6 विकेट लेने का प्रदर्शन आज भी याद किया जाता है।
चोटों से रहे परेशान
नेहरा का करियर हालांकि चोटों से काफी प्रभावित रहा। कई बार उन्हें सर्जरी करानी पड़ी, लेकिन फिर भी वह मैदान पर लौटे और टीम के लिए योगदान दिया। 2011 वर्ल्ड कप में भी वे टीम इंडिया का हिस्सा रहे, जो भारत ने जीतकर इतिहास रचा था टीम इंडिया के लिए अंतिम बार उन्होंने 2017 में खेला था। अपने आखिरी मैच में उन्होंने दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर शानदार विदाई ली थी।
कोचिंग में आज़माया हाथ
क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद नेहरा ने कोचिंग में हाथ आज़माया। उन्होंने 2022 में गुजरात टाइटंस के साथ बतौर हेड कोच काम शुरू किया और पहले ही सीज़न में टीम को IPL चैंपियन बना दिया। नेहरा अपनी सहज और दोस्ताना कोचिंग स्टाइल के लिए जाने जाते हैं, जो खिलाड़ियों को खुलकर खेलने का मौका देती है।उनकी कोचिंग ने कई युवाओं को बेहतर प्रदर्शन करने में मदद की है। नेहरा का मानना है कि खिलाड़ियों को स्वतंत्रता और आत्मविश्वास दिया जाए, तभी वे मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ दे सकते हैं।
आज भी आशीष नेहरा क्रिकेट प्रेमियों के बीच बेहद लोकप्रिय हैं। उनका मुस्कुराता चेहरा, विनम्र स्वभाव और क्रिकेट के प्रति जुनून उन्हें खास बनाता है। जन्मदिन के इस मौके पर फैंस उन्हें ढेरों शुभकामनाएं भेज रहे हैं।