Gautam Gambhir : 18 साल की उम्र तक प्लास्टिक के बल्ले से क्रिकेट खेली। फिर गौतम गंभीर से एक असली बल्ला गिफ्ट मिला और WPL के जरिए उसने सबका ध्यान अपनी ओर खींच लिया और अपनी पहचान बनाई। मुंबई इंडियंस के लिए यह खिलाड़ी अब काफी अहम साबित हो रही है।
आपको बता दें कि, WPL 2025 की शुरुआत हो चुकी है, और इस लीग में हो रहे रोमांचक मुकाबलों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया है। इन मुकाबलों में एक खिलाड़ी का नाम तेजी से उभर कर सामने आया है, इनका नाम है सजना संजीवन। इन्हें टीम इंडिया के वर्तमान कोच और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर से बल्ला गिफ्ट मिला था, जो उनके लिए एक बेशकीमती तोहफा है। और यह गिफ्ट इस खिलाड़ी के लिए खास भी है, क्योंकि सजना ने 18 साल की उम्र तक केवल प्लास्टिक के बल्ले से क्रिकेट खेला था।
गंभीर के गिफ्टिड बल्ले से WPL में बनाई पहचान
सजना संजीवन, जो एक ऑटो ड्राइवर की बेटी हैं, को पहले तो उनके हुनर की सराहना मिली, लेकिन WPL में खेलने के बाद उनकी पहचान ने एक नया मोड़ लिया। उनके डेब्यू मैच में ही मुंबई इंडियंस के लिए धमाकेदार प्रदर्शन ने उन्हें सबकी नजरों में ला खड़ा किया। WPL 2024 में सजना ने अपने पहले मैच में आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर टीम को जीत दिलाई, और इस परफॉर्मेंस ने उनके सपनों को उड़ान दी।
WPL में 88 रन, 16 छक्के-चौके!
अब तक WPL में 10 मैच खेल चुकीं सजना संजीवन ने 57 गेंदों पर कुल 88 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 3 छक्के और 13 चौके जड़े, यानि कुल 16 छक्के-चौके लगाए हैं। हालांकि, सजना के बनाए गए 88 रन में से 87 रन पिछले सीजन के हैं, जबकि WPL 2025 के पहले मैच में उन्होंने सिर्फ 1 रन ही बनाया था।
कौन हैं सजना संजीवन ?
सजना संजीवन एक प्रतिभाशाली भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी हैं, जो दाएं हाथ से बल्लेबाजी करती हैं और दाएं हाथ से ऑफ़ ब्रेक गेंदबाजी करती हैं। वह केरल की रहने वाली हैं और घरेलू क्रिकेट में केरल महिला क्रिकेट टीम का हिस्सा हैं। साथ ही, वह महिला प्रीमियर लीग (WPL) में मुंबई इंडियंस की टीम में भी खेलती हैं।
सजना का जन्म केरल के वायनाड जिले के मनंतावडी में हुआ था। उनके पिता संजीवन एक ऑटो-रिक्शा चालक हैं, जबकि उनकी मां सारदा मनंतावडी नगरपालिका में काम करती हैं। सजना ने अंडर-23 स्तर पर केरल का प्रतिनिधित्व करते हुए 2019 में अपनी टीम को ट्वेंटी-20 सुपर लीग का खिताब दिलाया था।
यह भी पढ़ें : SBI के होम लोन ग्राहकों के लिए खुशखबरी, EMI में बड़ी कमी
उनके पास राजनीति विज्ञान में डिग्री भी है, और वह एक तमिल फिल्म में सहायक कलाकार के तौर पर नजर आ चुकी हैं। बचपन में, सजना वायनाड जिले की फुटबॉल टीम की कप्तान रही थीं और कॉलेज के ट्रैक-एंड-फील्ड प्रतियोगिता में चैंपियन भी रही थीं।
केरल की दूसरी आदिवासी क्रिकेटर
सजना संजीवन, जो पहले सीजन में अनसोल्ड रही थीं, को दूसरे सीजन में मुंबई इंडियंस ने 15 लाख रुपये में खरीदा था, और अब उन्हें इस फैसले पर गर्व हो रहा होगा। वह महिला प्रीमियर लीग में खेलने वाली केरल की आदिवासी समुदाय से आने वाली केवल दूसरी क्रिकेटर हैं।
कैसे मिली सजना को पहचान ?
सजना संजीवन का नाम घरेलू क्रिकेट में पहले ही सुनाई दे रहा था। उन्होंने 2015 और 2017 में केरल क्रिकेट एसोसिएशन से ‘प्लेयर ऑफ द ईयर’ का पुरस्कार जीता था। इसके बाद, 2018 में उन्होंने अपनी कप्तानी में केरल की महिला क्रिकेट टीम को ऑल इंडिया टाइटल जिताने में अहम भूमिका निभाई।