Attack and Loot on Wedding Procession in Bihar: बिहार के भागलपुर जिले में रविवार रात एक बारात पर हुए हमले ने पूरे इलाके में दहशत का माहौल पैदा कर दिया। पीरपैंती थाना क्षेत्र के ईशीपुर इलाके में यह घटना उस समय हुई, जब सिवानपुर गांव से निकली बारात सीमानपुर मोड़ के पास पहुंची। इसी दौरान अज्ञात बदमाशों के एक गिरोह ने दूल्हे की गाड़ी को जबरन रोककर हमला कर दिया। घटना इतनी गंभीर थी कि शादी का माहौल अचानक दहशत में बदल गया। यह मामला राज्य के नए गृह मंत्री सम्राट चौधरी के लिए भी एक बड़ी परीक्षा के रूप में देखा जा रहा है।
महिलाओं के साथ हुई बदसलूकी
चश्मदीदों के अनुसार, हमलावरों ने न केवल बारातियों पर हमला किया, बल्कि बारात में शामिल महिलाओं के साथ बदसलूकी भी की। कई महिलाएं इस हमले से सदमे में हैं। बदमाशों ने लाठी-डंडों से बेरहमी से बारातियों पर प्रहार किया, जिससे कई लोग घायल हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के कई थानों की पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी।
बरातियों का बयान
बारात में शामिल लोगों ने पूरी वारदात विस्तार से बताई। उनके मुताबिक, रात लगभग 11 बजे बदमाशों ने दूल्हे की गाड़ी को घेर लिया और ड्राइवर के साथ मारपीट की। इसके बाद वे दूल्हे और उसके साथियों को जबरन गाड़ी से बाहर खींचकर सड़क पर ले आए। हमलावरों ने बार-बार धमकी दी कि जो कुछ भी है, तुरंत निकाल दो, नहीं तो जान से मार देंगे। इस दौरान महिलाओं से सोने-चांदी के गहने और नकदी छीन ली गई। परिवार के सदस्यों ने बताया कि महज 10–15 मिनट का यह हमला पूरे जीवन की खुशी पर भारी पड़ गया।
बारात को निशाना बनाने की पहली घटना
लूटपाट में बदमाश लगभग 5 लाख रुपये के गहने और नकद लेकर फरार हो गए। दूल्हे की गाड़ी को भी क्षति पहुंचाई गई। हमले में दो से तीन बाराती गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मार्ग पर रात में अपराध की घटनाएं पहले भी होती रही हैं, लेकिन किसी बारात को निशाना बनाए जाने की यह पहली घटना है।
इलाके में तनाव, अतिरिक्त फोर्स की तैनाती
घटना के बाद इलाके में तनाव को देखते हुए पुलिस ने अतिरिक्त फोर्स की तैनाती कर दी है। अधिकारियों ने बताया कि लगातार पेट्रोलिंग बढ़ाई जा रही है ताकि आगे ऐसी घटनाएं न हों। पीड़ित परिवार ने प्रशासन से मांग की है कि आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी हो और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।
स्थानीय जनता का भी कहना है कि रात के समय निगरानी और मजबूत होनी चाहिए, जिससे लोग सुरक्षित महसूस कर सकें। यह घटना एक बार फिर से सुरक्षा व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े करती है।
