Crime News: सैफ अली खान पर हुए हमले के बाद मुंबई पुलिस काफी अलर्ट हो गई है।और इस दौरान एनकाउंटर स्पेशलिस्ट दया नायक का नाम चर्चा में आया है। वह सैफ के घर पहुंचे और इस हाई प्रोफाइल मामले की जांच में मदद की। लेकिन दया नायक आखिर कौन हैं और क्यों उनकी पहचान इतनी खास है?
80 से ज्यादा एनकाउंटर करने वाले दया नायक
दया नायक मुंबई पुलिस के वो सख्त और दिलेर अधिकारी हैं। जिन्होंने 80 से ज्यादा एनकाउंटर किए हैं। 90 के दशक में जब मुंबई में अंडरवर्ल्ड का आतंक था, दया नायक ने उसे खत्म करने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दिया था। उनके इन एनकाउंटरों ने उन्हें मुंबई पुलिस में एक बड़ा नाम दिलाया और वह एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के तौर पर पहचाने जाने लगे।
कर्नाटक के उडुपी जिले से आए दया नायक
दया नायक का जन्म कर्नाटक के उडुपी जिले के एक कोंकणी परिवार में हुआ था, उनका बचपन आर्थिक तंगी में बीता लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। शुरूआत में उन्होंने 7वीं तक कन्नड़ में पढ़ाई की, लेकिन परिवार की स्थिति ठीक न होने के कारण उन्हें पढ़ाई छोड़कर काम करना पड़ा। फिर 1979 में मुंबई आकर उन्होंने अपनी जिंदगी बदलने का मन बनाया।
मुंबई में नए जीवन की शुरुआत
मुंबई आने के बाद दया नायक को एक होटल में काम मिल गया, लेकिन इसके साथ ही उन्होंने अपनी पढ़ाई फिर से शुरू की। गोरेगांव में एक स्कूल से 12वीं पास करने के बाद उन्होंने CES कॉलेज से डिग्री हासिल की। कॉलेज में पढ़ाई के दौरान उनकी मुलाकात नारकोटिक्स विभाग के अधिकारियों से हुई और यहीं से उनका पुलिस में जाने का सपना साकार हुआ।
मुंबई पुलिस में कदम और अंडरवर्ल्ड से जंग
1995 में पुलिस एकेडमी से स्नातक होने के बाद दया नायक को जुहू पुलिस स्टेशन में सब इंस्पेक्टर के तौर पर तैनात किया गया। यही वह समय था जब मुंबई में अंडरवर्ल्ड का शासन था और दया नायक ने उसे खत्म करने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी। 1996 में उन्होंने अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के दो गुंडों को गोली मारी और इसके बाद वह मशहूर हो गए।
दया नायक की पहचान
दया नायक ने कुल 80 से ज्यादा एनकाउंटर किए हैं, और इसी वजह से वे मुंबई पुलिस के सबसे जाने माने एनकाउंटर स्पेशलिस्ट बन गए। उनके साहस और कड़ी मेहनत ने उन्हें एक खास पहचान दिलाई।