Donald Trump India tariffs: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार (8 दिसंबर 2025) को व्हाइट हाउस में कृषि प्रतिनिधियों के साथ एक गोलमेज बैठक के दौरान भारत पर अमेरिकी बाजार में चावल ‘डंप’ करने (बेहद सस्ते दामों पर बेचने) का आरोप लगाया। उन्होंने चेतावनी दी कि इस समस्या का समाधान नए, ऊँचे टैरिफ लगाकर किया जाएगा। ट्रंप की टिप्पणी तब आई जब लुइसियाना की चावल मिल संचालक मेरिल केनेडी ने बताया कि भारतीय और थाई चावल सस्ते दामों पर अमेरिकी बाजार में, खासकर प्यूर्टो रिको में, बेचा जा रहा है, जिससे अमेरिकी किसान संघर्ष कर रहे हैं।
ट्रंप ने वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट से सवाल किया कि भारत को ऐसा करने की अनुमति क्यों है और क्या उन्हें शुल्क से छूट मिली हुई है, जिसे बेसेंट ने नकार दिया। ट्रंप ने कहा कि इस ‘अवैध’ व्यापार पर शुल्क लगाकर एक दिन में निपटारा किया जा सकता है। भारत, जो दुनिया का सबसे बड़ा चावल उत्पादक और निर्यातक है, वैश्विक निर्यात में 30.3 प्रतिशत की हिस्सेदारी रखता है।
व्हाइट हाउस में क्या हुआ?
सोमवार को व्हाइट हाउस में खेती और कृषि क्षेत्र के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक में, राष्ट्रपति Donald Trump ने किसानों के लिए 12 अरब डॉलर की संघीय सहायता की घोषणा की। इस दौरान, लुइसियाना के ‘केनेडी राइस मिल’ की संचालक मेरिल केनेडी ने बताया कि देश के दक्षिणी हिस्से के चावल उत्पादक गहन संघर्ष कर रहे हैं क्योंकि अन्य देश, विशेष रूप से भारत और थाईलैंड, अमेरिकी बाजार में चावल ‘डंप’ कर रहे हैं।
ट्रंप ने सीधे भारत की ओर इशारा करते हुए अपने वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट से पूछा, ‘भारत, मुझे भारत के बारे में बताइए. भारत को ऐसा करने की अनुमति क्यों है?’ उन्होंने कहा कि इस समस्या को टैरिफ लगाकर ‘बहुत आसानी से निपटाया’ जा सकता है।
‘अवैध’ डंपिंग और शुल्क की चेतावनी
केनेडी ने बताया कि चीन भी प्यूर्टो रिको (जो कभी अमेरिकी चावल का सबसे बड़ा बाजार था) में सस्ते दामों पर चावल बेच रहा है, और उन्होंने ट्रंप प्रशासन द्वारा लगाए गए मौजूदा शुल्कों को बढ़ाने की मांग की।
Donald Trump ने कहा कि भारत जैसे देशों द्वारा ‘अवैध रूप से’ सामान भेजने की समस्या का हल उन पर उच्चतम शुल्क लगाकर बहुत जल्दी किया जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘आपकी समस्या एक दिन में हल हो जाएगी…’
वित्त मंत्री बेसेंट ने ट्रंप को बताया कि अमेरिका वर्तमान में भारत के साथ व्यापार सौदे पर बातचीत कर रहा है और केनेडी ने यह भी उल्लेख किया कि भारत के खिलाफ विश्व व्यापार संगठन (WTO) में एक मामला चल रहा है।
वैश्विक चावल बाजार में भारत की स्थिति
आंकड़ों के अनुसार, भारत दुनिया का सबसे बड़ा चावल उत्पादक देश है और वैश्विक बाजार में इसकी हिस्सेदारी 28 प्रतिशत है। ‘इंडियन राइस एक्सपोर्ट्स फेडरेशन’ के अनुसार, 2024-25 में भारत की वैश्विक निर्यात में 30.3 प्रतिशत की हिस्सेदारी थी, जो इसे शीर्ष निर्यातक बनाती है। भारत की ‘सोना मसूरी’ जैसी किस्में अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के बाजारों में लोकप्रिय हैं।
यह ध्यान देने योग्य है कि Donald Trump ने पहले ही भारत पर 50 प्रतिशत शुल्क लगाया है, जिसमें रूस से तेल खरीद पर 25 प्रतिशत शुल्क भी शामिल है, जो दुनिया में सबसे अधिक है। यह नवीनतम धमकी अमेरिका और भारत के बीच बढ़ते व्यापार तनाव को दर्शाती है।
