यहां पर लड़की को Love करने पर दिया जाता है अनोखा दंड, जिंदा रहते हुए ‘प्रियसी’ को भुगतना पड़ता है ये दंश

Mandsaur News: मध्य प्रदेश के मंदसौर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, यहां लव मैरिज करने पर बेटी को दी गई अनोखी सजा।

लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। ढाई अक्षर के शब्द प्यार की चाहत में कपल कुछ भी कर गुजरने को तैयार रहते हैं। पाकिस्तान की सीमा, चुपके से सीमा पार कर भारत आती है और अपने प्रेमी के साथ शादी करती है। लव स्टोरी को सक्सेसफुल बनाने के लिए सीमा को जेल भी जाना पड़ता है। पर इसी समाज में मोहब्बत के विरोधी भी हैं और दो दिलों के मिलन में अवरोध बन जाते हैं। ऐसा ही कुछ मामला मध्य प्रदेश के मंदसौर में सामने आया है। यहां लड़की ने अपने प्रेमी से लव मैरिज कर ली। जिससे उसके परिवार वाले खफा हो गए। वो भी इस कदर कि उन्होंने बेटी की जीते जी तेरहवीं की रस्म पूरी कर दी। बकाएदा कार्ड छपवाए। खास लोगों को भोज में बुलाया और हवन-पूजन के साथ ही बेटी को मरा घोषित कर दिया।

लड़की ने प्रेमी से की लव मैरिज

मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के शक्करखेड़ी गांव निवासी उमेश पाटीदार अपने परिवार के साथ रहते हैं। पाटीदार के बेटा और बेटी भगवती है। भगवती का भीतितरोद गांव के दीपक पाटीदार नामक युवक के साथ प्रेम-प्रसंग चल रहा था। दोनों एक-दूसरे के साथ पूरी जिंदगी गुजर-बसर करना चाहते थे। तभी भगवती के परिवारवालों को प्यार की भनक लग गई। पिता ने बेटी के घर से बाहर निकलने पर रोक लगा दी। पिता ने भगवती की शादी भी तय कर दी। लेकिन भगवती अपने प्रेमी से ही शादी करना चाहती थी। जब परिवार वाले रिश्ते के लिए राजी नहीं हुए तो भगवती अपने प्रेमी के साथ भाग गई।

तेरहवीं के भोज पर भी आमंत्रित किया

भगवती और दीपक के साथ लव मैरिज कर ली। घर वालों को जब इसकी जानकारी मिली तो वो नाराज हो गए। इसके बाद भाई और पिता ने 1 दिसंबर को सुबह 9 बजे घर में युवती की फोटो सामने रखकर तेरहवीं की रस्में पूरी की। किसी के मरने के बाद जिस तरह तेरहवीं का आयोजन किया जाता है, ठीक वैसे परिवार वालों ने युवती की रस्में अदा की। मान लिया कि अब उनकी बेटी इस दुनिया में नहीं है। यही नहीं, परिवार वालों ने गोरनी पत्रिका के नाम से एक कार्ड भी छपवाया और रिश्तेदारों में भी वितरीत किया। उन्हें तेरहवीं के भोज पर भी आमंत्रित किया।

तेरहवीं की पूरी रश्मे की गई

बेटी की तस्वीर को रख कर तेरहवीं की पूरी रश्मे की गई। पूरे प्रकरण का बकाएदा वीडियो भी बनाया गया। साथ ही तेरहवीं संस्कार के कार्ड को सोशल मीडिया पर वायरल किया गया। जैसे ही ये मामला सोशल मीडिया पर आया तो यूजर्स कमेंट लिखने के साथ उसे शेयर कर रहे हैं। वहीं कुछ ग्रामीणों ने लोकल मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि हमारे गांव में लव मैरिज पर रोक है। फिर भी अगर कोई लड़की लव मैरिज करती है तो परिवार के लोग उससे अपने सारे संबंध पूरी जिंदगी के लिए खत्म कर लेते हैं। लड़की को मरा मानकर उसकी तेहरवीं की जाती है। ग्रामीणों के अलावा नाते-रिश्तेदार भोज में शामिल होते हैं।

जिले में ये दूसरा मामला

मंदसौर जिले में हाल ही में यह दूसरा मामला है। इससे पहले भी मंदसौर के ही दलावदा गांव में एक युवती ने ऐसे ही अपने प्रेमी के साथ प्रेम विवाह किया था तो परिवार वालों ने 13वीं का कार्यक्रम किया था। जिसकी खबर भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी। दोनों गांव की दूरी ज्यादा नहीं है। मंदसौर के अधिकतर गांव में प्यार करने वालों को ऐसी ही सजा दी जाती है। ग्रामीण बताते हैं कि लड़की के परिवारवाले प्यार की जानकारी होने पर उसे पीटते नहीं हैं। हां इतना जरूर कहते हैं कि अगर तुमने लव मैरिज की तो परिवार तुमसे सारे संबंध खत्म कर लेगा। तुम जीते जी हमारे लिए मर जाओगी।

मंदसौर का तीसरा मामला

मध्यप्रदेश के मंदसौर में बहन के प्रेम विवाह से नाराज भाई ने जीवित बहन का सांकेतिक क्रियाकर्म करते हुए मृत्यु भोज तक दे डाला। इसके लिए युवती के भाई ने बकायदा गोरनी (मृत्युभोज) आयोजन की पत्रिका छपवाकर रिश्तेदारों में बंटवाईं और फिर शनिवार 16 नवंबर को बहन की फोटो लगी तस्वीर पर माला पहनाकर मौत के बाद निभाई जाने वाली रस्में भी अदा कर दीं। बहन ने शादी करने के बाद परिजनों को पहचानने से इनकार कर दिया था। इस बात से भाई को बहुत ठेस पहुंची और उसने यह कदम उठा लिया।

12 नवंबर को युवती ने की शादी

तीसरा मामला मंदसौर जिले की सीतामऊ तहसील के दलावदा गांव का है, जहां रहने वाली रानू नाम की एक युवती 12 नवंबर को अपने प्रेमी के साथ घर से भाग गई थी और फिर उन दोनों ने प्रेम विवाह कर लिया था। परिजनों ने सीतामऊ थाने में युवती की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई थी। जिसके अगले दिन पुलिस युवती और उसके प्रेमी को खोज कर थाने ले आई। यहां युवती ने अपने बयान में कहा कि वो किसी को नहीं जानती है, उसका कोई परिवार नहीं है। उसके इस तरह परिवार से मुंह फेर लेने से नाराज परिजनों ने उसे मरा मानकर उससे रिश्ता तोड़ लिया और इसके बाद उसके क्रियाकर्म का कार्यक्रम कर दिया।

गोरनी का आयोजन

युवती के बात नहीं मानने पर परिवार ने अपनी जीवित बेटी का सांकेतिक क्रिया कर्म करते हुए घर में रखे उसके सामान को जला दिया। साथ ही अन्य शोक पत्रिका छपवाते हुए मृत्युभोज का भी आयोजन कर दिया। इस बारे में जानकारी देते हुए युवती के मामा ने बताया कि हमने रानू को बहुत लाड़ प्यार से बड़ा किया था। दो महीने बाद उसकी शादी होने वाली थी। इससे पहले ही उसने पास के गांव गुराड़िया गौड़ के रहने वाले एक युवक के साथ भागकर शादी कर ली। जिसके बाद हमने यह गोरनी का कार्यक्रम रखा। जिसमें 200 से 300 लोग शामिल हुए।

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