दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। Story of Delhi’s Lady Don Sonu Punjaban कुछ माह पहले गैंगस्टर काला जठेढ़ी के साथ शादी रचाने वाली लेडी डॉन अनुराध चौधरी उर्फ मैडम मिंज सुर्खियों में रही। कोर्ट से अपने मंगेतर को बेल दिलवाई और अनुराधा में उसके साथ सात फेरे लिए। कुछ ऐसी ही कहानी लेडी डॉन सोनू पंजाबन की है। खूबसूरत चेहरे, नशीली आंखें और अदा ऐसी कि तो भी एकबार देखे, वह इसका दिवाना हो जाए। पर पंजाबन का काम ऐसा कि जो भी सुनता उसके पैरों के तले से जमीन खिसक जाया करती। शातिर महिला देशभर में देहव्यापार का धंधा चलाती था। सोनू पंजाबन ने एक समय हरियाणा और यूपी पुलिस के साथ दिल्ली पुलिस की नाक में भी दम कर रखा था। इसके चलते सोनू पंजाबन को दिल्ली की लेडी डॉन कहा जाने लगा।
गैंगस्टर हो जाते फिदा
राजस्थान की लेडी डॉन कही जाने वाली अनुराधा चौधरी ने अपने गैंगस्टर प्रेमी के साथ शादी की। अनुराधा की तरह ही सोनू पंजाबन भी खूंखार अपराधी है और इसके भी कई प्रेमी रहे हैं। यहां तक कि सोनू पंजाबन ने तो आधिकारिक और गैरआधिकारिक रूप से कुल चार शादियां की, लेकिन दुर्भाग्य से सभी पति एनकाउंटर में मारे गए। लेडी डॉन को जरायम की दुनिया में कोई विष कन्या बुलाता है तो कोई हुश्न की शहजादी। पंजाबन की खूबसूरती में कई गैंगस्टर दीवाने हुए। मोहब्बत में धन-दौलत बर्बाद कर दी। गैंगवार भी हुए। शादी भी की, लेकिन आखिर में गैंगस्टर पुलिस की गोली का शिकार हुए।
दो बार लेडी डॉन हुई विधवा
बताया जाता है कि सोनू पंजाबन सबसे पहले बाहरी दिल्ली स्थित नजफगढ़ इलाके के रहने वाले दीपक नाम के एक वाहन चोर के करीब आई। प्यार हुआ सोनू पंजाबन और दीपक ने शादी कर ली। इसके बाद साल 2003 में असम पुलिस ने दीपक को एनकाउंटर में ढेर कर दिया। दीपक के एनकाउंटर के बाद सोनू पंजाबन ने दीपक के भाई हेमंत से शादी कर ली, वह भी अपराध की दुनिया में था। 3 साल बाद यानी वर्ष 2006 में दिल्ली से सटे गुरुग्राम में पुलिस ने हेमंत को भी एक मुठभेढ़ में ढेर कर दिया। इस तरह 4 साल के भीतर ही सोनू पंजाबन 2 बार विधवा हो गई।
आखिर में ये भी एनकाउंटर में मारे गए
प्रेमियों के अपराध में संलिप्त होने की वजह से हत्या में नाम जुड़ने के बाद रोहतक (हरियाणा) के नामी गैंगस्टर विजय से सोनू पंजाबन ने लव मैरिज की थी। बताया जाता है कि गैंगस्टर विजय खूंखार हिस्ट्रीशीटर श्री प्रकाश शुक्ला का करीबी था, जिसका 1998 में यूपी के गाजियाबाद में एनकाउंटर हुआ था। सोनू पंजाबन की किस्मत यहां भी खराब निकली यूपी एसटीएफ ने विजय को हापुड़ में मार दिया। कहा जाता है कि सोनू पंजाबन ने सहारे के लिए अशोक बंटी नाम का एक अपराधी से भी शादी की थी और अशोक ने ही सोनू को देहव्यापार के धंधे में उतारा था। कुछ सालों बाद दिल्ली पुलिस ने अशोक बंटी को भी एक एनकाउंटर में मार दिया।
फिर खुद बनाया अपना गैंग
बंदी के एनकाउंटर के बाद सोनू पंजाबन खुद ही अपने बूते देह व्यापार के धंधे में उतर गई। बताया जाता है सोनू पंजाबन ने अपनी खूबसूरती के दम पर सिर्फ दिल्ली-एनसीआर ही नहीं, बल्कि देश के हर कोने में देह व्यापार का धंधा खड़ा किया। इस दौरान उसके हुश्न के दीवाने कई अधिकारी भी हुए, जिनके दम पर वह इस अवैध धंधे में कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ती गई। इस दौरान सोनू पंजाबन ने खूब पैसा कमाया। देह व्यापार की दुनिया में लेडी डॉन सोनू पंजाबन को साल 2017 में एक 16 साल की लड़की से देह व्यापार कराने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इस केस में कई सालों की सजा हुई है और वह अभी सोनू तिहाड़ में बंद है।
कौन हैं सोनू पंजाबन
पूर्वी दिल्ली की गीता कॉलोनी में पैदा हुई गीता अरोड़ा उर्फ सोनू पंजाबन से बेहद सामान्य परिवार से है। मूलरूप से उसका परिवार हरियाणा के रोहतक का है। सोनू के पिता ओम प्रकाश अरोड़ा पाकिस्तान से आए शरणार्थी थी। वह हरियाणा के रोहतक में आकर बसे थे। कुछ समय बाद ओम प्रकाश अरोड़ा दिल्ली आए और ऑटोरिक्शा चलाकर परिवार चलाने लगे। बेटी कब देह व्यापार के धंधे की शहजादी बन गई पिता को भी पता नहीं चला, लेकिन लोग बताते हैं कि एक उम्र के बाद पिता ने सोनू पंजाबन को टोकना छोड़ दिया।