Delhi News : दिवाली खुशियों और रोशनी का त्योहार है, जिसे पूरे देश में उल्लास और पारंपरिक उत्साह के साथ मनाया जाता है। लोग अपने घरों को रंग-बिरंगी लाइटों और दीयों से सजाते हैं, मिठाइयां बांटते हैं और परिवार-دوस्तों संग जश्न मनाते हैं। लेकिन इस रौनक और आतिशबाज़ी के बीच, हर साल की तरह इस बार भी कई जगहों से आग लगने की खबरें सामने आईं।
इस साल दिल्ली में दिवाली की रात से लेकर मंगलवार सुबह 7 बजे तक फायर ब्रिगेड को 470 से अधिक आपात कॉल प्राप्त हुईं। इनमें से ज़्यादातर घटनाओं का कारण पटाखों और आतिशबाज़ी को बताया गया। दिल्ली अग्निशमन विभाग पहले से ही अलर्ट मोड पर था और उसकी सभी यूनिट्स पूरी तरह सक्रिय रहीं। रातभर दमकलकर्मी मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाने में जुटे रहे। विभाग के अनुसार, सौभाग्य से इन घटनाओं में किसी की जान जाने की खबर नहीं है।
नरेला में जूता फैक्ट्री में भीषण आग
राजधानी के नरेला स्थित डीएसआईआईडीसी इलाके में सुबह एक जूता फैक्ट्री में अचानक आग भड़क उठी। आग पर काबू पाने के लिए दमकल विभाग की 16 गाड़ियां मौके पर भेजी गईं। बताया गया कि उस समय फैक्ट्री में काम चल रहा था, लेकिन समय रहते सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। इसके अलावा, ईस्ट ऑफ कैलाश के संत नगर क्षेत्र में भी आग लगने की एक और घटना दर्ज की गई, जिसमें कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं। हालांकि, यहां भी किसी के घायल या हताहत होने की सूचना नहीं मिली।
जयपुर में भी बढ़ी आग की घटनाएं
दिल्ली के साथ-साथ राजस्थान की राजधानी जयपुर से भी पटाखों के चलते आग लगने की करीब दो दर्जन से अधिक घटनाएं रिपोर्ट हुईं। झोटवाड़ा इलाके में पटाखों की एक फैक्ट्री में आग भड़क उठी, लेकिन फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति पर नियंत्रण पा लिया।
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कुल मिलाकर, दिवाली की रात जहां रोशनी और खुशियों से जगमगा उठी, वहीं लापरवाह आतिशबाज़ी ने कई जगहों पर खतरे की स्थितियां भी पैदा कर दीं—जिससे आग की घटनाओं ने जश्न के माहौल में चिंता की लकीरें खींच दीं।