Kidnapping, Ransom and Gang War Game over:दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दो ऐसे बदमाशों को पकड़ लिया है, जिनका अपराधों से गहरा रिश्ता रहा है। ये दोनों न सिर्फ अपहरण और फिरौती की योजना बनाते थे, बल्कि लोगों की हत्या की कोशिशों में भी शामिल रहे हैं। गिरफ्तार किए गए अपराधियों में पहला नाम है अकाश राजपूत का, जो राजस्थान के श्रीगंगानगर का रहने वाला है। उसका नाम कई राज्यों की पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज है। हाल ही में गुजरात के कच्छ में हुए एक बड़े अपहरण मामले में भी उसका हाथ था।
इस मामले में फरार गैंगस्टर किरीतसिंह जाला ने 100 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी। अकाश के खिलाफ हरियाणा, गुजरात, राजस्थान और पंजाब में धमकी, अपहरण और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर केस दर्ज हैं। इतना ही नहीं, राजस्थान पुलिस ने श्रीगंगानगर में हुए हत्या के प्रयास के केस में उस पर 20 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था। जुलाई 2022 में हरियाणा के करनाल में अस्पताल के बाहर हुई फायरिंग भी उसी के नाम दर्ज है, जिसे गैंगस्टर दलर कोटिया के कहने पर अंजाम दिया गया था।
साथी भी उतना ही खतरनाक
अकाश का साथी महिपाल मीणा, उम्र 28 वर्ष, भी किसी से कम नहीं है। उसका नाम भी करनाल फायरिंग केस में शामिल पाया गया था। फिलहाल वह जमानत पर बाहर था और फिर से अपराधों में सक्रिय हो गया। दोनों मिलकर हथियारों का अवैध कारोबार भी कर रहे थे। उनके खिलाफ आर्म्स एक्ट के उल्लंघन और फिरौती के लिए फायरिंग जैसे कई केस दर्ज हैं।
कनाडा से दिल्ली तक फैला नेटवर्क
ये दोनों अपराधी जगदीश उर्फ जगला और अभिषेक उर्फ गोलू की गैंग से जुड़े हुए थे। हाल ही में इनका नेटवर्क फरार गैंगस्टर रोहित गोदरा के सिंडिकेट से मिल गया। रोहित गोदरा का सीधा संबंध कनाडा में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बरार और वीरेंद्र चारण से है। इनका मकसद दिल्ली-एनसीआर में अपनी पकड़ मजबूत करना था। पुलिस जांच से साफ हुआ है कि गोदरा के कई शूटर हाल में पकड़े गए या एनकाउंटर में मारे गए। ऐसे में उसने नए गैंग से मिलकर अपनी ताकत बढ़ाने की कोशिश की। इस गिरोह का काम केवल लोकल अपराधों तक सीमित नहीं था, बल्कि यह विदेश में बैठे आकाओं के इशारे पर राजधानी को अस्थिर करने की साजिश भी रच रहे थे।
एनकाउंटर की दिल दहला देने वाली घटना
स्पेशल सेल को खुफिया जानकारी मिली कि दोनों अपराधी नजफगढ़-कापसहेड़ा रोड पर आने वाले हैं। गुरुवार और शुक्रवार की रात पुलिस ने वहां जाल बिछाया। सुबह के वक्त बिना नंबर प्लेट वाली मोटरसाइकिल पर दो संदिग्ध आते दिखे। पुलिस ने उन्हें रोकने का इशारा किया, तभी पीछे बैठा बदमाश बाइक से कूदकर फायरिंग करने लगा। पुलिस ने भी तुरंत जवाबी कार्रवाई की और गोली उसके पैर में लगी। दोनों बदमाश मौके पर ही दबोच लिए गए।
एसपी प्रेम सिंह कुशवाह ने बताया कि उनके पास से हथियार और गोलियां बरामद हुई हैं। महिपाल पहले से ही जमानत पर बाहर था, लेकिन अब दोनों को जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया गया है।