Arvind Kejriwal: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपना नया ठिकाना लुटियंस दिल्ली में बना लिया है। लंबे समय तक सिविल लाइंस के 6, फ्लैगस्टाफ रोड स्थित आवास में रहने के बाद, केजरीवाल अब मध्य दिल्ली के 5 फिरोजशाह रोड पर शिफ्ट हो गए हैं। यह आवास आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद अशोक मित्तल का है, जिसे केजरीवाल और उनके परिवार के लिए उपलब्ध कराया गया है।
केजरीवाल के इस कदम ने एक बार फिर से लोगों के बीच चर्चा छेड़ दी है, खासकर उनके मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने और दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारी के संदर्भ में। केजरीवाल ने पिछले महीने यह कहते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था कि जब फरवरी में दिल्ली के लोग उन्हें “ईमानदारी का प्रमाण पत्र” देंगे, तभी वह दोबारा इस पद को ग्रहण करेंगे।
केजरीवाल का नया पता-5 फिरोजशाह रोड
Arvind Kejriwal अब दिल्ली के प्रतिष्ठित लुटियंस क्षेत्र में रहेंगे, जहां कई बड़े नेता और राजनेता अपना आवास रखते हैं। उनके परिवार ने शुक्रवार को 6, फ्लैगस्टाफ रोड स्थित आवास को खाली कर दिया और 5 फिरोजशाह रोड पर स्थानांतरित हो गए। इस नई जगह पर, मित्तल ने केजरीवाल और उनके परिवार का स्वागत किया। यह बंगला मित्तल को राज्यसभा सदस्य के रूप में मध्य दिल्ली में आवंटित किया गया है।
गाजियाबाद से दिल्ली तक का सफर
दिल्ली के मुख्यमंत्री बनने से पहले Arvind Kejriwal गाजियाबाद के कौशांबी इलाके में रहते थे। 2013 में जब वह पहली बार मुख्यमंत्री बने, तब उन्होंने सेंट्रल दिल्ली के तिलक लेन में रहना शुरू किया। बाद में, 2015 में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा में भारी बहुमत हासिल किया, जिसके बाद केजरीवाल सिविल लाइंस स्थित 6, फ्लैगस्टाफ रोड में शिफ्ट हो गए, जहाँ वह हाल तक रह रहे थे।
तिहाड़ जेल से राहत मिलने के बाद नई शुरुआत
अरविंद केजरीवाल को दिल्ली की आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया गया था और उन्होंने 177 दिन तिहाड़ जेल में बिताए। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट से मिली राहत के बाद उन्हें जमानत पर रिहा किया गया है। हालांकि, इस पूरे घटनाक्रम ने उनके राजनीतिक करियर पर गहरा असर डाला, और उनके इस्तीफे के बाद अब वह आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं।
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पूर्व मुख्यमंत्रियों को आवास नहीं, लेकिन केजरीवाल की स्थिति अलग
दिल्ली अन्य राज्यों की तरह नहीं है, जहां पूर्व मुख्यमंत्रियों को बंगले आवंटित किए जाते हैं। चूंकि यह केंद्र शासित प्रदेश है, इसलिए दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्रियों के लिए कोई विशेष बंगला नहीं दिया जाता। हालांकि, कई आप नेताओं ने केजरीवाल के लिए अपने घर की पेशकश की, लेकिन अंततः अशोक मित्तल का घर चुना गया।
भाजपा के आरोप और नई पारी की तैयारी
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अरविंद केजरीवाल पर दिल्ली की आबकारी नीति और मुख्यमंत्री बंगले के पुनर्निर्माण में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। इन आरोपों के कारण ही केजरीवाल को पांच महीने जेल में भी रहना पड़ा। हालांकि, अब वह सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत के बाद बाहर हैं और अपने नए आवास में शिफ्ट होकर चुनाव की तैयारियों में जुटे हुए हैं।
अरविंद केजरीवाल की नई पारी किस दिशा में जाएगी और क्या वह दोबारा जनता का विश्वास जीतकर मुख्यमंत्री पद पर लौटेंगे, यह देखने वाली बात होगी।