Arvind Kejriwal : ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर देश में सियासी हलचल तेज हो गई है। विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार से संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। इस मुद्दे पर जहां एक ओर विपक्ष एकजुट दिखने की कोशिश कर रहा है, वहीं दूसरी ओर इंडिया गठबंधन में आपसी मतभेद खुलकर सामने आने लगे हैं।
आम आदमी पार्टी (AAP) ने साफ कर दिया है कि वह उस किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं बनेगी जिसमें कांग्रेस शामिल हो। पार्टी ने संसद के विशेष सत्र की मांग को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अलग से चिट्ठी भेजने का फैसला किया है।
दिल्ली में ‘आप’ की हार
यह टकराव कोई नया नहीं है। दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान आप और कांग्रेस के बीच रिश्ते काफी तनावपूर्ण हो गए थे। दोनों पार्टियां अलग-अलग चुनाव लड़ी थीं, और राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि आप की हार में कांग्रेस की भूमिका भी रही। दिल्ली की सत्ता पर एक दशक तक काबिज रही आम आदमी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा, और लंबे समय बाद बीजेपी ने सरकार बना ली।
इंडिया गठबंधन की बैठक में कौन-कौन रहा मौजूद ?
इंडिया गठबंधन की ओर से मंगलवार, 3 जून को कंस्टीट्यूशन क्लब में एक अहम बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में कांग्रेस की ओर से जयराम रमेश, शिवसेना (यूबीटी) से संजय राउत, समाजवादी पार्टी के राम गोपाल यादव, आरजेडी के मनोज झा और टीएमसी से डेरेक ओ’ब्रायन शामिल हुए।
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बैठक के बाद कांग्रेस ने बताया कि कुल 16 विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री को संयुक्त पत्र लिखकर संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि जब देश पर हमला हुआ तो कांग्रेस और विपक्षी दलों ने सरकार और सेना के साथ पूरा समर्थन जताया। लेकिन अब जब अमेरिका ने संघर्षविराम की घोषणा कर दी है, तो देश के लोगों को सच्चाई से अवगत कराने के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाया जाना चाहिए।