Delhi News:दिल्ली के एक घर ने एक्वापोनिक्स तकनीक से ऐसा कमाल किया की वहां का AQI सिर्फ 15 है, जो लंदन के 51 AQI से भी बेहतर है। पीटर सिंह और नीनो कौर ने कैंसर के बाद अपनी जिंदगी बदली, 15,000 पौधे लगाए और जैविक खाना उगाने लगे। अब वे दूसरों को भी यह तरीका अपनाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
दिल्ली में एक अनोखा घर
जहां एक तरफ दिल्ली – एनसीआर की हवा इतनी खराब हो चुकी है। की इसे रोज़ाना 15-20 सिगरेट पीने जितना खतरनाक कहा जा रहा है, वहीं पीटर सिंह और नीनो कौर का घर इस प्रदूषण से ना की एकदम बचा हुआ है। बल्कि इस घर का AQI मात्र 15 है, जबकि आसपास 500 तक पहुंच चुका है।
कैसे हुआ ये संभव?
यह सब हुआ एक्वापोनिक्स तकनीक से। इस तकनीक में मछलियों के टैंक और पौधों को एक साथ रखा जाता है। मछलियों से निकलने वाला अमोनिया पौधों के लिए नेचुरल खाद का काम करता है
और बदले में पौधे पानी को साफ करते हैं। यही पानी टैंक मे वापस चला जाता है। इस तकनीक से पानी का खर्चा बहुत ही कम हो जाता है।
कैंसर से मिली प्रेरणा
नीनो कौर को कैंसर होने के बाद, उन्होंने और पीटर ने अपनी पूरी लाइफ स्टाइल बदलने का फैसला किया। उन्होंने अपने घर को ऐसा बनाया की वहां 15,000 से ज्यादा पौधे लगा दिए हैं।
अब वह सब्जियां, मसाले यहां की मक्का भी अपने घर पर ही उगाते हैं। वह भी बिना केमिकल या खाद के ये सब कुछ पूरी तरह से आर्गेनिक है।
दूसरों को सिखा रहे हैं यह तरीका
पीटर और नीनो अब स्कूलों और ऑनलाइन क्लास के ज़रिए लोगों को एक्वापोनिक्स और पर्यावरण के साथ जीवन जीने के तरीके सिखा रहे हैं। उनका कहना है, “अगर हम कर सकते हैं, तो आप भी कर सकते हैं।” उनका यह घर दिखाता है की सही प्रयास से दिल्ली जैसी जगह में भी साफ आबो हवा में जीवन जिया जा सकता है।जहां चाह वहां राह इस कहावत को सच कर दिखाया है दिल्ली के पीटर सिंह और उनकी पत्नी नीनो कौर ने |