नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। Delhi Assembly Election Result 2025 दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आठ फरवरी को आ गए। 27 बरस के बाद 48 सीट जीतने के साथ ही दिल्ली की सत्ता में बीजेपी की वापसी हुई। बकि आम आदमी पार्टी को 22 सीटों से ही संतोष करना पड़ा। अब नई सरकार के गठन को लेकर बैठकों का दौर भी शुरू हो गया है। इसी कड़ी में गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर बीजेपी के बड़े नेताओं की बैठक हुई। इस बैठक में जेपी नड्डा, बैजयंत पांडा और बीएल संतोष भी मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि इस बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री और मंत्री पद के लिए नामों पर चर्चा हुई।
सरकार की रूपरेखा को लेकर चर्चा
दिल्ली की जनता ने पीएम नरेंद्र मोदी की गारंटियों पर विश्वास जताते हुए कमल का फूल खिला दिया। 70 में से 48 सीटें बीजेपी के खाते में गई, वहीं 22 सीट आम आदमी पार्टी जीती। जबकि पिछले चुनाव की तरह इसबार भी कांग्रेस का खाता नहीं खुला। चुनावी नतीजे आने के बाद शनिवार शाम को बीजेपी दफ्तर में पीएम मोदी, जेपी नड्डा, अमित शाह के साथ शपथग्रहण और दिल्ली में बनने वाली सरकार की रूपरेखा को लेकर चर्चा हुई थी। वहीं दिल्ली बीजेपी चीफ वीरेंद्र सचदेवा रविवार की शाम सभी जीते हुए विधायकों से मिलेंगे। इस दौरान वह सभी को बधाई देंगे और सरकार बनाने को लेकर भी चर्चा की संभावना है।
शपथ ग्रहण समारोह 13 फरवरी के बाद
दिल्ली के नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह 13 फरवरी के बाद होने की संभावना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 से 13 फरवरी तक फ्रांस और अमेरिका के दौरे पर रहेंगे.। पार्टी चाहती है कि नई सरकार के शपथ ग्रहण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद रहें। इसलिए शपथ ग्रहण समारोह 13 फरवरी के बाद आयोजित होने की पूरी संभावना है। नई सरकार के गठन को लेकर दिल्ली बीजेपी चीफ वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, मुख्यमंत्री चुनने का निर्णय पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व करेगा। सभी नवनिर्वाचित विधायक पार्टी द्वारा उन्हें सौंपे गए कर्तव्यों का निर्वहन करने में सक्षम हैं।
चयन एक प्रक्रिया के तहत किया जाएगा
माना जा रहा है कि दिल्ली में नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह भव्य होगा। इसलिए थोड़ा समय लिया जा रहा है। कार्यक्रम में एनडीए नेताओं को बुलाया जाएगा। इसके साथ ही सभी एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी शपथ ग्रहण समारोह का हिस्सा होंगे। बीजेपी की जीत के बाद शनिवार को पार्टी के प्रदेश प्रभारी बैजयंत पांडा ने कहा था कि दिल्ली को जल्द नया मुख्यमंत्री मिल जाएगा। पार्टी में सीएम के चयन को लेकर एक पूरी प्रक्रिया का पालन करना होता है। उन्होंने कहा, हमारे पास सामूहिक नेतृत्व है और मुख्यमंत्री का चयन एक प्रक्रिया के तहत किया जाएगा।
बीजेपी ने पहली बार 1993 में जीत हासिल
दिल्ली में बीजेपी ने पहली बार 1993 में जीत हासिल की थी। उसके बाद 1998 के चुनाव में बीजेपी हार गई थी और कांग्रेस ने सरकार बनाई थी। राष्ट्रीय राजधानी में कांग्रेस ने 1998, 2003 और 2008 में जीत हासिल की। उसके बाद 2013 में चुनाव हुए तो बीजेपी ने सबसे ज्यादा सीटें जीतीं, लेकिन बहुमत से दूर गई। ऐसे में कांग्रेस ने बाहर से आप को समर्थन दिया और अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री बन गए। ये सरकार सालभर तक चली और फिर केजरीवाल को इस्तीफा देना पड़ा। बाद में 2015 और 2020 के चुनाव में आप ने बंपर जीत हासिल की। अब 27 साल बाद एक बार फिर बीजेपी ने जीत हासिल की।
बीजेपी में सीएम रेस में प्रवेश वर्मा का नाम
बीजेपी में अब नए सीएम को लेकर कवायद तेज हो गई है। नई दिल्ली सीट से बीजेपी के प्रवेश वर्मा ने आप संयोजक अरविंद केजरीवाल का विजय रथ रोका है। उन्होंने 4,089 वोटों से शानदार जीत हासिल की है। फिलहाल, बीजेपी में सीएम रेस में प्रवेश वर्मा का नाम भी चल रहा है। प्रवेश वर्मा के अलावा स्मृति ईरानी के सीएम बनाए जाने की चर्चा हैं। इन दो नेताओं के अलावा चार चेहरे और हैं, जिन पर बीजेपी दांव लगा सकती है। सूत्र बताते हैं कि बीजेपी हाईकमान प्रवेश वर्मा को दिल्ली का सीएम बना सकता है। क्योंकि प्रवेश वर्मा अभी तक एक भी चुनाव नहीं हारे। वह जाट समाज से आते हैं। दिल्ली चुनाव में जाट समाज का वोट इकतरफा बीजेपी के पक्ष में गया है।