21 विधानसभा सीटों पर नहीं है कोई महिला उम्मीदवार
हालांकि, मौजूदा चुनाव में 96 महिला उम्मीदवार मैदान में हैं, लेकिन 70 विधानसभा क्षेत्रों में से 21 ऐसी सीटें हैं जहां कोई भी महिला प्रत्याशी नहीं है। इनमें अंबेडकर नगर, बाबरपुर, बदरपुर, बादली, चांदनी चौक, दिल्ली कैंट, द्वारका, गांधी नगर, जंगपुरा, रोहिणी, संगम विहार, शाहदरा, तिमारपुर, बुराड़ी, मोती नगर, माॅडल टाउन, और राजिंदर नगर जैसी सीटें शामिल हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव में 79 महिलाओं ने चुनाव लड़ा था और उस समय 23 विधानसभा सीटों पर कोई महिला उम्मीदवार नहीं थी।
2013 के बाद सबसे ज्यादा उम्मीदवार मैदान में
इस बार 2013 के बाद सबसे ज्यादा उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। 2013 में कुल 810 उम्मीदवार थे, जिनमें 739 पुरुष और 71 महिलाएं थीं। इसके बाद 2015 में 673 उम्मीदवार (606 पुरुष और 66 महिलाएं) और 2020 में 672 उम्मीदवार (593 पुरुष और 79 महिलाएं) चुनाव लड़े। इस बार कुल 699 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 603 पुरुष और 96 महिलाएं शामिल हैं।
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दिल्ली के पहले विधानसभा चुनाव, जो 1993 में हुआ था, में सबसे ज्यादा 1315 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे थे। यह रिकॉर्ड अब तक कायम है। हालांकि, इस बार 1522 नामांकन दाखिल हुए थे, लेकिन नामांकन की जांच और नाम वापसी के बाद कुल 699 उम्मीदवार ही बच गए।
दिल्ली विधानसभा चुनावों में उम्मीदवारों की संख्या
- 1993: 1315 (1257 पुरुष, 59 महिलाएं)
- 1998: 815 (758 पुरुष, 57 महिलाएं)
- 2003: 817 (739 पुरुष, 78 महिलाएं)
- 2008: 875 (794 पुरुष, 81 महिलाएं)
- 2013: 810 (739 पुरुष, 71 महिलाएं)
- 2015: 673 (606 पुरुष, 66 महिलाएं)
- 2020: 672 (593 पुरुष, 79 महिलाएं)
- 2025: 699 (603 पुरुष, 96 महिलाएं)