Delhi Assembly Elections 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों पर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बीजेपी को जीत की बधाई दी और कहा कि वे जनता के फैसले को स्वीकार करते हैं। केजरीवाल ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी (Delhi Assembly) राजनीति में सत्ता पाने के लिए नहीं आई, बल्कि समाज सेवा और लोगों के सुख-दुख में काम करने के उद्देश्य से आई थी। वहीं, आम आदमी पार्टी इस चुनाव में सत्ता से बाहर हो गई, और केजरीवाल अपनी खुद की सीट भी नहीं बचा पाए। नई दिल्ली सीट से बीजेपी के प्रवेश वर्मा ने उन्हें हराया।
अरविंद केजरीवाल ने कहा, “जनता ने जो निर्णय लिया है, हम उसे पूरी तरह से स्वीकार करते हैं। बीजेपी को जीत की बहुत बधाई देता हूं। जनता ने जिस उम्मीद के साथ उन्हें बहुमत दिया है, हमें उम्मीद है कि वे उन उम्मीदों पर खरा उतरेंगे।”
Watch: AAP candidate Arvind Kejriwal lost from New Delhi Assembly constituency
He says, "Today, the results of the Delhi elections have been announced, and we humbly accept the people's decision with respect. The public's verdict is paramount. I extend my heartfelt… pic.twitter.com/QI5PO9DRQb
— IANS (@ians_india) February 8, 2025
उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी ने पिछले 10 सालों में जनता को कई क्षेत्रों में राहत पहुंचाने के लिए काम किया। “हमने शिक्षा, स्वास्थ्य, पानी, बिजली और इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे अहम मुद्दों पर काम किया। अब हम एक जिम्मेदार विपक्ष के रूप में काम करेंगे और जनता के सुख-दुख में हर कदम पर उनके साथ रहेंगे। राजनीति हमारे लिए सत्ता का जरिया नहीं है, बल्कि यह जनता की सेवा का एक माध्यम है।”
Kumar Vishwas News: केजरीवाल पर खुश मगर सिसोदिया की हार पर भावुक हुए कुमार विश्वास, कहा -‘दिल्ली हुई आजाद’
अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को भी बधाई दी और कहा, “आपके प्रयासों (Delhi Assembly) और कड़ी मेहनत के बिना यह संभव नहीं था। आपने शानदार चुनाव लड़ा और पार्टी की ताकत को हर जगह महसूस कराया। मैं सभी कार्यकर्ताओं को दिल से धन्यवाद देता हूं।”
नई दिल्ली विधानसभा सीट पर केजरीवाल को 25999 वोट मिले, जो कुल वोटों का 42.18% था। वहीं, बीजेपी के प्रवेश वर्मा को 30088 वोट मिले, जो 48.15% वोट थे। कांग्रेस के संदीप दीक्षित को 4568 वोट मिले, जो केवल 7.41% थे।
इस चुनाव परिणाम के बाद अरविंद केजरीवाल ने साफ कर दिया कि भले ही पार्टी सत्ता से बाहर हो, लेकिन उनका उद्देश्य जनता की सेवा करना है, और वे आगे भी इस दिशा में काम करते रहेंगे।