Delhi new CM oath ceremony: दिल्ली में भाजपा के नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण की प्रक्रिया तेज हो गई है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली में भाजपा सरकार का गठन 20 फरवरी को रामलीला मैदान में होने जा रहा है। इस दिन मुख्यमंत्री पद के लिए शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा। पार्टी ने पहले विधायकों की बैठक बुलाने का निर्णय लिया था, लेकिन बाद में इसे स्थगित कर दिया गया। मुख्यमंत्री पद के दावेदारों की सूची में कई वरिष्ठ नेता शामिल हैं, जिनमें प्रवेश वर्मा, आशीष सूद, रेखा गुप्ता जैसे प्रमुख नाम सामने आ रहे हैं। साथ ही, मंत्री पद के लिए 15 विधायकों को शॉर्टलिस्ट किया गया है।
भाजपा के लिए Delhi में सरकार बनाने का मौका ऐतिहासिक है क्योंकि पार्टी 27 साल बाद राजधानी में सत्ता में आ रही है। भाजपा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में 70 में से 48 सीटों पर जीत दर्ज की, जिससे दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी (AAP) को करारी हार का सामना करना पड़ा। AAP, जो पिछले 10 वर्षों से दिल्ली में शासन कर रही थी, को इस चुनाव में केवल 22 सीटें ही मिल पाई। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा के लिए अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन चर्चाएं जारी हैं।
मुख्यमंत्री पद के दावेदार
Delhi मुख्यमंत्री के पद की दौड़ में जिन प्रमुख नामों पर चर्चा हो रही है, उनमें प्रवेश वर्मा का नाम सबसे आगे है। उन्होंने नई दिल्ली सीट पर AAP प्रमुख अरविंद केजरीवाल को हराया था। इसके अलावा, आशीष सूद, जो जनकपुरी से विधायक हैं और भाजपा के केंद्रीय नेताओं के साथ करीबी रिश्ते रखते हैं, भी एक प्रमुख उम्मीदवार माने जा रहे हैं। शालीमार बाग से विधायक रेखा गुप्ता को महिला चेहरे के तौर पर मुख्यमंत्री पद का दावेदार माना जा रहा है।
इसके अलावा, रोहिणी विधायक विजेंदर गुप्ता, मालवीय नगर से विधायक सतीश उपाध्याय और आरएसएस के मजबूत प्रतिनिधि जितेंद्र महाजन भी मुख्यमंत्री पद के लिए महत्वपूर्ण दावेदार हैं। पार्टी सूत्रों ने यह संकेत दिया है कि राष्ट्रीय नेतृत्व किसी महिला को मुख्यमंत्री बनाने या फिर एक नया चेहरा पेश करने पर विचार कर रहा है।
मंत्री पद के दावेदार
सूत्रों के अनुसार, भाजपा ने 15 विधायकों को प्रमुख मंत्री पदों के लिए शॉर्टलिस्ट किया है। हालांकि, पार्टी सूत्रों ने यह भी बताया कि नई सरकार में उपमुख्यमंत्री की संभावना नहीं है। भाजपा का यह कदम दिल्ली में अपना शासन स्थापित करने के लिए अहम साबित हो सकता है।