Rajendra Nagar fire: रविवार, 18 मई 2025 की दोपहर दिल्ली के पुराने Rajendra Nagar इलाके में एक बड़ी आगजनी की घटना ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया। बी-22 स्थित एक वाणिज्यिक इमारत में आग लगने से आसमान में काले धुएं का गुबार छा गया और आसपास के प्रतिष्ठानों, विशेषकर “Tathastu IAS” जैसे प्रमुख कोचिंग सेंटरों में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। गनीमत रही कि दमकल विभाग की तेज कार्रवाई और लोगों की सतर्कता से कोई जानमाल की हानि नहीं हुई। घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर सैकड़ों छात्र कोचिंग क्लास में मौजूद थे, जिन्हें समय रहते सुरक्षित निकाल लिया गया।
Visuals emerging from the UPSC hub in Old Rajendra Nagar. I hope everyone is safe. Just last year, a major flood incident occurred right in front of this building. I seriously doubt if even a single building in ORN complies with all the necessary regulations. pic.twitter.com/apZF5PLxjE
— Ketan (@Ketanomy) May 18, 2025
तत्पर दमकल सेवा ने टाली बड़ी त्रासदी
आग की सूचना मिलते ही दिल्ली अग्निशमन सेवा की पाँच दमकल गाड़ियाँ मौके पर पहुँचीं। इमारत की ऊपरी मंजिलों से लपटें और घना धुआँ निकल रहा था, जिससे वहां मौजूद लोगों को तेजी से बाहर निकाला गया। दमकल कर्मियों ने पानी की नलियों और आधुनिक उपकरणों की मदद से आग पर काबू पाने के लिए कड़ी मशक्कत की। कुछ ही घंटों में आग बुझा दी गई, लेकिन परिसर की इमारत को काफी नुकसान पहुंचा है।
शॉर्ट सर्किट की आशंका, जांच जारी
अधिकारियों के अनुसार आग लगने की प्राथमिक वजह शॉर्ट सर्किट मानी जा रही है, हालांकि लापरवाही या ज्वलनशील पदार्थों के गलत भंडारण की आशंका से भी इनकार नहीं किया गया है। आग के पीछे की असली वजह जानने के लिए जांच जारी है। अग्निशमन विभाग और नगर निगम की टीम मिलकर जांच रिपोर्ट तैयार कर रही है।
छात्रों और कोचिंग संस्थानों में बढ़ी चिंता
पुराना Rajendra Nagarकोचिंग हब के रूप में जाना जाता है, जहां हजारों छात्र यूपीएससी सहित विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं। “Tathastu IAS”, “Drishti”, “Vision” जैसे प्रमुख संस्थानों के पास आग लगने की इस घटना ने अभिभावकों और छात्रों में चिंता बढ़ा दी है। कई छात्रों ने सोशल मीडिया पर इलाके में कमजोर अग्नि सुरक्षा उपायों को लेकर नाराज़गी जताई।
आग से सबक, अब सख्त कदम
Rajendra Nagar निवासियों और संस्थानों ने मांग की है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए हर वाणिज्यिक इमारत का अग्नि सुरक्षा ऑडिट अनिवार्य किया जाए। दमकल विभाग ने भी वादा किया है कि जांच के बाद जरूरी सख्त कदम उठाए जाएंगे। घटना ने एक बार फिर याद दिलाया कि शहरी विकास के साथ सुरक्षा तैयारियों को भी गंभीरता से लेना होगा।