ED raid Saurabh Bharadwaj: आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता और दिल्ली सरकार में पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज की मुश्किलें बढ़ गई हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को कथित अस्पताल निर्माण घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उनके आवास और अन्य 12 ठिकानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई दिल्ली में 24 अस्पतालों के निर्माण में हुई अनियमितताओं से संबंधित है, जिसमें हजारों करोड़ रुपये की लागत के बावजूद काम अधूरा पाया गया। इस घोटाले में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन भी जांच के दायरे में हैं। ईडी की टीमें सुबह से ही भारद्वाज से जुड़े परिसरों में तलाशी अभियान चला रही हैं, जिसमें उनके आधिकारिक और निजी आवास शामिल हैं। इस छापे ने दिल्ली की राजनीति में एक बार फिर हलचल मचा दी है।
#WATCH | Delhi | Visuals from AAP leader and former Delhi Minister Saurabh Bharadwaj's residence in Chirag Delhi, where the Enforcement Directorate (ED) is conducting raids.
ED is raiding AAP leader Saurabh Bharadwaj's residence and 12 other locations in the hospital… pic.twitter.com/sRPscmudTp
— ANI (@ANI) August 26, 2025
यह मामला 2018-19 में दिल्ली सरकार द्वारा 24 अस्पतालों के निर्माण के लिए स्वीकृत 5,590 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स से जुड़ा है। आरोप है कि इन परियोजनाओं में गंभीर अनियमितताएं बरती गईं। कई प्रोजेक्ट्स को 6 महीने में पूरा होना था, लेकिन तीन साल बाद भी काम अधूरा है। एक चौंकाने वाला तथ्य यह है कि 800 करोड़ रुपये खर्च होने के बाद भी केवल 50% काम ही पूरा हो पाया। उदाहरण के तौर पर, एलएनजेपी अस्पताल की लागत 488 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,135 करोड़ रुपये हो गई, जबकि काम की गति बेहद धीमी रही। कई जगहों पर ठेकेदारों ने बिना जरूरी मंजूरी के ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया, जिनकी भूमिका संदिग्ध पाई गई है।
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इस मामले में ED raid ने अपनी इंफोर्समेंट केस इंफॉर्मेशन रिपोर्ट (ECIR) दर्ज की थी। सौरभ भारद्वाज और सत्येंद्र जैन, दोनों ही दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे हैं, और दोनों ही इस मामले में जांच के दायरे में हैं। आरोप है कि हॉस्पिटल इन्फॉर्मेशन मैनेजमेंट सिस्टम (HIMS), जो 2016 से लंबित है, उसे जानबूझकर टाला गया। यह भी आरोप लगाया गया है कि काम को जानबूझकर देरी से पूरा किया गया और इसके लिए ठेकेदारों को अनुचित लाभ दिया गया। ईडी के अधिकारियों का कहना है कि वे इस मामले में मनी ट्रेल की जांच कर रहे हैं, ताकि पता लगाया जा सके कि सरकारी धन का दुरुपयोग कैसे किया गया और इसमें कौन-कौन शामिल हैं।
इस ED raid कार्रवाई पर आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। पार्टी का कहना है कि यह विपक्ष को दबाने की कोशिश है। हालांकि, बीजेपी ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि एजेंसियां अपना काम कर रही हैं और अगर भ्रष्टाचार हुआ है, तो उसकी जांच होनी चाहिए। सौरभ भारद्वाज ग्रेटर कैलाश विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते थे और केजरीवाल सरकार में जल, शहरी विकास और स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। इस मामले में जांच आगे बढ़ने के साथ ही दिल्ली की राजनीति में गरमाहट बढ़ने की उम्मीद है।