नई दिल्ली स्टेशन को ‘अटल स्टेशन’ बनाने की पहल, सांसद खंडेलवाल ने लिखी चिट्ठी

सांसद खंडेलवाल ने रेल मंत्री को पत्र लिखकर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर अटल बिहारी वाजपेयी रेलवे स्टेशन रखने की मांग की है। इससे पहले, पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन का नाम बदलने की भी मांग की जा चुकी है।

New Delhi Station

New Delhi Station : नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का नाम बदलने की मांग ने अब जोर पकड़ लिया है। हाल ही में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन का नाम “महाराजा अग्रसेन रेलवे स्टेशन” रखने का सुझाव दिया था। अब इसी कड़ी में चांदनी चौक से भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री “अटल बिहारी वाजपेयी रेलवे स्टेशन” रखने का प्रस्ताव रखा है। उल्लेखनीय है कि रेखा गुप्ता पहले भी दिल्ली जंक्शन का नाम बदलने की वकालत कर चुकी हैं।

सांसद खंडेलवाल का प्रस्ताव

सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने अपने पत्र में आग्रह किया है कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, जो देश का सबसे अहम, व्यस्त और ऐतिहासिक स्टेशन है, उसका नाम अटल बिहारी वाजपेयी जैसे महान नेता के नाम पर रखा जाना चाहिए। उन्होंने इसे अटल जी की स्मृति को राष्ट्रीय राजधानी में चिरस्थायी बनाने की दिशा में एक भावनात्मक और राष्ट्रहितैषी कदम बताया। इसके साथ ही उन्होंने पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन का नाम “महाराजा अग्रसेन रेलवे स्टेशन” करने की भी सिफारिश की है। खंडेलवाल ने जानकारी दी कि वे जल्द ही इस विषय को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात करेंगे और संसद के आगामी सत्र में इस मुद्दे को उठाने का भी इरादा रखते हैं।

पत्र में मुख्य रूप से क्या लिखा गया ?

खंडेलवाल ने अपने पत्र में लिखा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन केवल एक यात्री केंद्र नहीं, बल्कि राजधानी का प्रवेशद्वार है। उसका नाम अटल बिहारी वाजपेयी जैसे युगद्रष्टा और जननेता के नाम पर रखना दिल्लीवासियों और देशवासियों की भावनाओं का सम्मान होगा।

यह भी पढ़ें : सरकारी बंगला खाली नहीं कर रहे चंद्रचूड़, सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को…

उन्होंने यह भी कहा कि अटल जी का संपूर्ण जीवन राष्ट्र सेवा, लोकतांत्रिक मूल्यों और समावेशी विकास को समर्पित रहा है। उनके नेतृत्व में देश ने न केवल बुनियादी ढांचे और परमाणु ताकत के क्षेत्र में प्रगति की, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारत की पहचान भी सशक्त हुई। अटल जी केवल राजनेता नहीं थे, बल्कि एक विचारशील कवि, प्रेरक वक्ता और दूरदर्शी व्यक्तित्व थे, जिनका प्रभाव आज भी जनमानस पर कायम है।

अन्य शहरों के दिए उदाहरण

खंडेलवाल ने यह भी उल्लेख किया कि जिस तरह मुंबई के रेलवे स्टेशन का नाम छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस और बेंगलुरु का नाम क्रांतिवीर संगोली रायन्ना स्टेशन किया गया, उसी तरह दिल्ली में भी ऐतिहासिक महत्व वाले स्टेशन का नाम किसी महानायक के नाम पर रखा जाना समय की मांग है। उनका मानना है कि यह पहल न केवल अटल जी को श्रद्धांजलि होगी, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत भी बनेगी।

Exit mobile version