Delhi Crime: एक युवक को अपने दोस्त को जैकेट उधार देने से इनकार करना बेहद महंगा साबित हुआ. दोस्त को ये बात इस कदर नागवार गुजरी कि उसने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर युवक की चाकू से वार करके हत्या कर दी और फिर उसके शव को नाले में फेंक दिया. पुलिस ने इस मामले को सुलझाने के लिए पांच राज्यों में लगभग 45 सौ किलोमीटर का सफर तय किया और तब जाकर इस मामले के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया जा सका है. इस मामले में मृतक के परिजनों ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया हुआ था. आरोपियों के नाम प्रिंस, हर्ष और जावेद है।
क्या है मामला
आउटर जिले के डीसीपी परविंदर सिंह ने बताया कि मंगोलपुरी निवासी रेशमा ने 26 दिसंबर को मंगोलपुरी इलाके में 18 साल के अपने बेटे की गुमशुदगी दर्ज करायी. मंगोलपूरी निवासी महिला ने बताया था कि उसका बेटा 25 तारीख से लापता है. 28 दिसम्बर को रेशमा ने पुलिस को बताया कि प्रिंस, हर्ष, पारस और जावेद ने उसे बुलाया था, पुलिस ने 28 तारीख को किडनैपिंग का केस दर्ज किया गया।
सभी अपने घर से फरार मिले. पुलिस ने जांच शुरू की तो बताया गया कि प्रिंस अपनी नानी को देखने की बात कहकर कानपुर जाने की बात कहकर गए. लेकिन जांच में पता चला कि वे लोग कानपुर नहीं गए हैं।
पुलिस को टेक्निकल सर्विलांस से पता चला कि प्रिंस गया, बिहार में मौजूद है. इसके बाद पवन के आगरा में होने का पता चला. पुलिस की टीमें दोनों जगह गयी लेकिन पता चला कि वे राजस्थान से होते हुए गुजरात पहुँच गए हैं. पुलिस ने आखिरकर तीन आरोपियों को गांधीधाम, गुजरात से पकड़ लिया. शुरुआती जांच में इन्होंने अनभिज्ञता जाहिर करते हुए संतोष के बारे में कुछ भी जानकारी होने से इनकार कर दिया. कहा वे खुद संतोष को ढूंढ रहे हैं. इन्हें दिल्ली लाकर पूछताछ की गई।
जैकेट देने से इंकार करने पर की गई संतोष की हत्या
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि संतोष के पास अच्छी जैकेट थी. 25 तारीख की दोपहर प्रिंस ने संतोष से जैकेट मांगी. ताकि वह लड़कियों को इम्प्रेस कर सके. संतोष ने देने से मना कर दिया. साथ ही उसकी गरीबी पर तंज भी कसा. यहाँ तक की उसे पीट भी दिया, साथ ही जावेद और हर्ष को भी पीटा. तीनों ने बदला लेने की ठान ली. 25 की शाम को पीसीओ से कॉल कर संतोष को पार्टी के बहाने बुलाया।
सब ने शराब पी. संतोष के नशे में होने आरोपियों ने उस पर चाकू से हमला कर उसकी हत्या कर दी और शव को नाले में फेंक दिया. आरोपियों की निशानदेही पर 3 जनवरी को पुलिस ने संतोष का शव बरामद कर लिया है. तीनों आरोपी 19 साल के है और मंगोलपुरी इलाके में रहते हैं. वे अलग अलग कंपनी में लेबर का काम करते हैं।