दिल्ली के सीएम केजरीवाल का प्रेसवार्ता के दौरान एक बयान सामने आया है। इस दौरान उन्होंने बच्चों की शिक्षा और बेरोजगारों को मिलने वाले भत्ते व अन्य कई मुद्दों को लेकर बात की। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि देश के बच्चे को नि:शुल्क शिक्षा मिलनी चाहिए।
वहीं केजरीवाल ने प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि देश को यह तय करना होगा कि बेरोजगार युवाओं को भत्ता दिया जाए। साथ ही अस्पतालों में नि:शुल्क इलाज की व्यवस्था हो नहीं चाहिए ताकि गरीब लोग भी इलाज करवा सके।

उन्होंने कहा कि हर घर को 300 यूनिट बिजली देने के साथ-साथ सबके लिए स्वच्छ पानी की व्यवस्था कराई जानी चाहिए।
सीएम केजरीवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि दुनिया के 39 देश ऐसे हैं जहां बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा दी जाती है। दुनिया के 09 देश ऐसे हैं जहां नागरिकों का मुफ्त में इलाज होता है। दुनिया के 16 देश ऐसे हैं जो अपने बेरोजगार नागरिकों को बेरोजगारी भत्ता देते हैं। कई देश ऐसे हैं जहां पानी मुफ्त में उपलब्ध कराया जाता है।

इसी बीच सीएम केजरीवाल ने कहते है कि भारत में इन दिनों एक ऐसी चर्चा शुरु हुई है कि गरीब और मध्य वर्ग के लोगों को कुछ भी मुफ्त में न दिया जाए। लेकिन इसी देश में कुछ चंद व्यापारियों के 10 लाख करोड़ रुपये माफ कर दिए जाते हैं और कोई सवाल नहीं उठता है। केजरीवाल ने कहा कि जिन चंद लोगों के 10 लाख करोड़ रुपये माफ किए गए हैं उनकी जांच होनी चाहिए।
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